बड़ा खुलासा: मुख्य सचिव मारपीट मामले में सीसीटीवी फुटेज के साथ नहीं हुई छेड़छाड़
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से कथित मारपीट के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित अन्य को राहत मिली है। एफएसएल रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मुख्यमंत्री आवास में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई थी।
सीसीटीवी कैमरों का समय पहले से ही 40 मिनट आगे चल रहा था। घटना वाले दिन कैमरों को समय आगे नहीं किया गया था। दूसरी तरफ रिपोर्ट आने के साथ ही दिल्ली पुलिस में ये चर्चा शुरू हो गई है कि एफएसएल दिल्ली सरकार के अधीन काम करती है।
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को जांच के लिए एफएसएल भेजा था। मुख्यमंत्री के घर में लगे 14 सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे थे, जबकि सात कैमरे काम नहीं कर रहे थे। इन कैमरों का समय सही वक्त से 40.43 मिनट आगे चल रहा था।
पुलिस को आशंका थी कि सीसीटीवी कैमरों का समय आगे किया गया है। इस कारण पुलिस ने 23 फरवरी को सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा था। पिछले सप्ताह आई एफएसएल की रिपोर्ट से खुलासा हो गया है कि सीसीटीवी कैमरों के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई थी।
सीसीटीवी कैमरे पहले से 40.43 मिनट आगे चल रहे थे। रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि सीसीटीवी कैमरों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।