CM योगी राममंदिर निर्माण मामले में संतों से मिलने पहुंचेंगे अयोध्या
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अयोध्या में होंगे। इस दौरान वह राममंदिर निर्माण में देरी पर संतों की नाराजगी दूर करेंगे। वह महंत नृत्य गोपाल दास के जन्मोत्सव समारोह और शाम को सरयू आरती में भाग लेंगे। राम मंदिर मामले में भाजपा के विधान परिषद सदस्य बुक्कल नवाब ने कहा कि मस्जिद अयोध्या के बाहर बनवाई जाएगी लेकिन राम मंदिर अयोध्या में उसी जगह बनेगा जहां पर रामलाल विराजमान है।
योगी-सुरेश दास मुलाकात के संदर्भ
दरअसल, पिछले दिनों अयोध्या के महंत सुरेश दास की अगुआई में कुछ संतों ने यहां मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी। इस दौरान संतों ने अयोध्या में राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण में हो रही देरी और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान पर नाराजगी जाहिर की, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस बार के आम चुनाव में विकास ही मुद्दा होगा। मुख्यमंत्री ने संतों को संतुष्ट किया था और 25 जून को वहां चल रहे संत सम्मेलन में आने को कहा था। यह यात्रा उसी क्रम में हो रही है। मुख्यमंत्री की यात्रा के बाद विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.प्रवीण तोगडिय़ा भी अयोध्या में होंगे। स्वाभाविक है कि उनके सुर भाजपा खासकर केंद्र सरकार के विरोध में ही होगी।
विकास के साथ हिंदुत्व भी चुनावी मुद्दा
भाजपा नेतृत्व विकास को लेकर चाहे जो दावे करे, आम चुनाव में विकास के साथ हिंदुत्व भी प्रमुख मुद्दा होगा। खासकर जातीय और धार्मिक आधार पर बंटे उप्र में।यही वजह है कि योगी के जरिये हिंदुत्व के मुद्दे को भी लगातार धार दी जा रही है। यह काम प्रदेश में नई सरकार बनने के साथ ही शुरू हो गया था। दीपावली के एक दिन पहले अयोध्या में भव्य दीपोत्सव, चित्रकूट में मंदाकिनी की आरती। ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन, राम और कृष्ण सर्किट से जुड़े पर्यटन स्थलों के विकास में तेजी और अगले साल इलाहाबाद में आयोजित कुंभ की देश और दुनिया में बड़े पैमाने पर ब्रांडिंग की तैयारी आदि इसी कड़ी का हिस्सा है।
मंदिर बनाने में शिया समाज सहयोग करेगा
लोक सभा चुनाव से पहले शिया समाज के मौलाना व विधान परिषद के सदस्य बुक्कल नवाब ने 2019 में बीजेपी की सरकार बनने का दावा किया। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में पूरा शिया समाज बीजेपी के साथ है। इसके अलावा अयोध्या में राम मंदिर बनाने में सहयोग देने की बात कही। रविवार को प्रेसवार्ता में बुक्कल नवाब ने सपा, बसपा व कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन सभी पार्टियों ने शिया समुदाय के साथ धोखा किया है।
शिया समाज गंगा-जमुनी तहजीब का पैरोकार
बुक्कल ने कहा कि सपा सरकार में आजम खान के कहने पर शिया धर्मगुरुओं पर लाठियां बरसाई गईं और मौलानाओं पर फर्जी मुकदमें चलाए गए। बसपा सरकार में शिया मुसलमानों, धर्मगुरुओं को जेल भेजा गया। कांग्रेस की सरकार में नेता अहमद पटेल ने दिल्ली में शिया कब्रिस्तान (शाहे मर्दा) पर कब्जा करवाया, जिसका विरोध करने पर शियाओं पर लाठियां बरसाई गईं। गाजीपुर से आए मौलाना अलमदार हुसैन ने कहा कि पूरा शिया समाज बुक्कल नवाब के नेतृत्व में बीजेपी के साथ खड़ा है। शिया समाज हमेशा से ही गंगा-जमुनी तहजीब का पैरोकार रहा है। ईरान से आए शिया मौलाना रियाज अस्करी ने भी बीजेपी सरकार की तारीफ की।
अयोध्या से बाहर बने मस्जिद
राम मंदिर बनाने के मामले में बुक्कल नवाब ने कहा कि मस्जिद अयोध्या के बाहर बनवाई जाएगी। राम मंदिर अयोध्या में उसी जगह बनेगा जहां पर रामलाल विराजमान है। शिया समाज उसका समर्थन करता है। कोर्ट के फैसले का विरोध किए बिना ही, आपसी सहमति से राम मंदिर बनेगा। बुक्कल नवाब ने कहा कि शिया मुसलमानों के लिए भाजपा ने काफी काम किया है। वह दबे-कुचले, आर्थिक तंगी झेल रहे लोगों के साथ हमेशा खड़ी है।