जानें अपनी पांच अच्छी आदतें, जिनसे बेहतर होगा वर्क फ्रॉम होम
नई दिल्ली। कोविड-19 के चलते वर्क फ्रॉम होम करते लोगों को लगभग आठ महीने बीत चुके हैं और आने वाले कुछ महीनों में भी इसके जारी रहने की आशंका है। इसलिए इस वक्त ऐसे कदम उठाने की जरूर है, जिनसे वर्क फ्रॉम होम सफलतापूर्वक चलता रहे, यानी आपकी प्रोडक्टिविटी में कमी नहीं आए। वहीं आप इसकी कमियों, जैसे वर्चुअल मीटिंग से होने वाले तनाव और दूसरे डिस्ट्रैक्शन से बचना भी आपके लिए जरूरी है। इसलिए कुछ सेहतमंद आदतों को अपनाना बेहद जरूरी है। इनसे आप वर्क फ्रॉम होम की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर पाएंगे। इससे आप वर्क-लाइफ बैलेंस यानी अपने काम और जिंदगी में संतुलन भी बनाए रख पाएंगे। आइये जानते हैं कि कौन सी हैं वर्क फ्रॉम होम की चुनौतियां और उनसे मुकाबले के लिए जरूरी सेहतमंद आदतें
परफॉर्म करने का दबाव और ब्रेक लेने की आदत-
कोई शक नहीं कि कर्मचारियों पर ज्यादा काम का दबाव है। वर्क फ्रॉम होम में प्रोड्क्टिविटी का दबाव बढ़ जाता है। जबकि आप न कहीं आ-जा रहे हैं और न लंच पर बाहर जा रहे हैं और न सहकर्मियों से बातें कर रहे हैं। मैरिनस एनालिटिक्स की प्रेसिडेंट एमिली कैनिडी के मुताबिक, इससे बचने के लिए आपको काम के बीच में ब्रेक लेना चाहिए। वहीं, ब्रेक में गहरी सांसें लेनी चाहिए या योग करना चाहिए। कैनिडी के अनुसार, ब्रेक लेने पर आपको यह लग सकता है कि आप कम काम कर रहे हैं, लेकिन हकीकत में आप ज्यादा प्रोडक्टिव हो जाते हैं
डिस्ट्रैक्शन से बचना सीखें-
घर पर कई बार शोर, बच्चों या अन्य वजहों से डिस्ट्रैक्शन होता है। काम पर फोकस करने में भी समस्या होती है। इससे बचने के लिए पोमोडोरो तकनीक आजमाएं। यानी एक टास्क के लिए समय का आकलन कर लें और उसके पूरे होने पर छोटा सा ब्रेक लें। वहीं, चार छोटे ब्रेक के बाद एक बड़ा ब्रेक लें। इससे काम के प्रति आपका उत्साह बरकरार रहेगा। यानी अपने काम को कहीं हिस्सों में बांटकर और उनके लिए समय निर्धारित कर काम करना बेहतर होता है।
अकेला महसूस न करें-
वर्क फ्रॉम होम में हमें बातें करने के लिए सहकर्मी नहीं होते हैं। इससे आप काम के दौरान लगातार चुप रहते हैं ओर अकेला भी महसूस करते हैं। इससे बचने के लिए काम से ब्रेक के दौरान फोन पर अपने दोस्तों और परिवार के लोगों से बातें करते रहें। वहीं, काम के दौरान कोई पॉडकास्ट या कॉफी शॉप की प्लेलिस्ट सुन सकते हैं। इससे आपको महसूस होगा कि आप ऑफिस के शोर के बीच में हैं।
काम और जिंदगी का संतुलन बरकरार रहे-
हम सब सुबह उठने के साथ ही ईमेल चेक करना शुरू कर दे रहे हैं। यानी हर वक्त दिमाग में ऑफिस का काम होता है। इससे वर्क-लाइफ बैलेंस बिगड़ जाता है। इससे बचने के लिए घर पर वर्क स्पेस होना जरूरी है। इससे आप घर पर भी अपनी निजी जिंदगी और अपने काम की सीमाओं को बांट सकते हैं।
वीडियो मीटिंग की थकान से बचें-
हर सेक्टर और हर कंपनी में वर्क फ्रॉम होम शुरू होने के बाद एक चीज जो सबसे ज्यादा हो रही है, वह है वीडियो मीटिंग। वहीं, ज्यादातर कर्मचारी इसे लेकर तनाव भी महसूस करते हैं। इससे बचने के लिए वीडियो कॉल के बाद ब्रेक लें। वीडियो कॉल के विकल्प, जैसे चैट और फोन कॉल की मदद भी लें। अगर आपका काम इनसे चल जा रहा है तो वर्चुअल मीटिंग न करें। वर्क फ्रॉम होम बेहतर बनाने के लिए कुछ अन्य सुझाव का भी पालन कर सकते हैं। जैसे-
- कोई भी समस्या होते ही बॉस या सहकर्मी से मदद मांगें।
- जो काम करना है, उसके बारे में ज्यादा न सोचें।
- यह भी याद रखें कि आप क्या कर चुके हैं।
- स्क्रीन टाइम के बारे में ज्यादा न सोचें।
- वर्क फ्रॉम होम के दौरान अपने और परिवार के लिए पर्याप्त समय निकालें।