इंसानियत फिर से हुई शर्मसार, तीन शिक्षकों ने 2 छात्राओं को बंदी बनाकर 6 दिनों तक करते रहे दुष्कर्म
नई दिल्लीः प्रशासन के सख्त नियमों के बाद भी महिलाओं के खिलाफ आपराधिक घटनाएं थमती नजर नहीं आ रही हैं। बेखौफ अपराधी अपनी हरकतों से बाज आते नहीं दिख रही है। आय दिन महिलाओं पर छेड़छाड़, हिंसा और बलात्कार के मामले सामने आ रहे हैं। अब नया मामला बिहार के सीतामंड़ी से सामने आया है, जहां तीन शिक्षकों ने शर्मनाक घटना को अंजाम दिया। दो छात्राओं को कैद कर उनके साथ छह दिन तक दुष्कर्म किया गया, जब छात्राओं को तलाशने के लिए पुलिस की सक्रियता बढ़ी तो घबराये शिक्षकों ने छात्राओं को छोड़ दिया। इसके बाद घर पहुंची दोनों छात्राओं ने परिजनों को आपबीती सुनाई।
इस मामले में पुलिस ने दो शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरा शिक्षक अभी फरार है। सुरसंड थाना क्षेत्र की रहने वाली दो छात्राएं 21 अक्टूबर से गायब थीं। दोनों छात्राएं आपस में चचेरी बहनें हैं। एक साथ दोनों के गायब होने से परिजनों के होश उड़ गए। इस मामले में थाना सुरसंड पुलिस से शिकायत की गई। पुलिस ने छात्राओं को तलाशने के लिए दबिशें देना शुरू कर दिया। इसके बाद अचानक दोनों बहनें घर पहुंच गईं।
पीड़ित छात्राओं ने परिजनों को आपबीती बताई. उन्होंने कहा कि उनके शिक्षक ही बहला फुसलाकर उन्हें अपने साथ ले गये थे। एक सुनसान स्थान पर दोनों को एक घर में कैद करके रखा गया। छात्राओं का आरोप है कि तीनों शिक्षकों ने छह दिन तक उनके साथ दुष्कर्म किया। वहीं, छात्राओं द्वारा दुष्कर्म की जानकारी दिये जाने पर परिजनों ने पुलिस को घटना से अवगत कराया।
पुलिस ने पीड़ित छात्राओं द्वारा दिये गये बयान के आधार पर चांदपट्टी गांव स्थित उर्दू मखतब मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक शंकर पासवान, राजकीय प्राथमिक विद्यालय जवाही के प्रधानाध्यापक रविंद्र राम और प्राइवेट शिक्षक चंदन कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने लोगों की सहायता से शंकर पासवान और रविंद्र राम को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चंदन कुमार फरार बताया जा रहा है।