सिर मुंडाते ही पड़ने लगे ओले, रिवर राफ्टिंग पर कोराना की गंभीर समस्या, गाइड लगातार मिल रहे हैं कोरोना पॉज़िटिव

ऋषिकेश. अगर आप एडवेंचर टूरिज्म के दीवाने हैं और रिवर राफ्टिंग आपका प्रिय एडवेंचर स्पोर्ट है तो यह खबर आपके लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है. कोरोना संक्रमण के बाद लाक डाउन 5 में सरकार ने ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग को अनुमति दी तो बड़ी संख्या में देश के अलग-अलग हिस्सों से पर्यटकों ने यहां पहुंचकर राफ्टिंग का लुफ्त लिया. इस दौरान उत्साह या लापरवाही में कोविड प्रोटोकॉल को भी ताक पर रखा गया जिसके परिणाम अब सामने आने लगा है. राफ्टिंग कराने वाले गाइड लगातार कोरोना संक्रमित निकल रहे हैं जिससे पर्यटन व्यवसायियों में चिंता की लहर बनी हुई है.

अब तक 20 निकले पॉज़िटिव-

टिहरी जिले के फकोट स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर जगदीश चंद्र जोशी के अनुसार बृहस्पतिवार को 16 राफ्टिंग गाइड कोरोना पॉजिटिव आए. इससे पहले चार राफ्टिंग गाइड कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं जिनको मिलाकर कुल आंकड़ा 20 पर पहुंच गया है.

ये वही राफ्टिंग गाइड हैं जो पर्यटकों को राफ्ट में बिठाकर गंगा में रिवर राफ्टिंग करवाते हैं. ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि जो पर्यटक इनके संपर्क में आए हैं उनका क्या होगा? हालांकि इन पर नजर रखने के लिए अभी तक स्वास्थ्य विभाग या प्रशासन ने नियम कायदों की मानीटरिंग शुरू नहीं की है जो चिंता की बात है.
सबके टेस्ट की मांग

आने वाले समय में अगर प्रशासन सख्त कदम नहीं उठाता तो कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं लेगा क्योंकि वीकेंड पर बड़ी संख्या में आ रहे पर्यटक फिर गंगा में राफ्टिंग करने उतरेंगे. ऐसे में संक्रमित राफ्टिंग व्यवसाइयों के चलते संक्रमण और तेजी के साथ फैलेगा.

राफ्टिंग व्यवसाई नियम कायदों की बात कर रहे हैं और कोरोना पर बात करने से बच रहे हैं हालांकि 20 राफ्टिंग गाइडों के कोरोना पॉज़िटिव निकलने से राफ़्टिंग व्यवसायियों में हड़कंप मचा हुआ है.

यह भी मांग की जा रही है कि स्वास्थ्य विभाग को गंगा में रिवर राफ्टिंग करा रहे सभी कंपनियों के कर्मचारियों का जल्द से जल्द कोरोना टेस्ट कराना चाहिए. इसके साथ ही पर्यटकों के लिए भी कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि जान भी बचे और ज़हान भी चले.

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