बलिया हत्याकांड को लेकर सपा का जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन, डीसीपी को अपनी मांगों का सौंपा ज्ञापन

प्रदेश में अनियंत्रित अपराध की घटनाओं को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जिला कार्यालय से कलेक्ट्रेट की ओर जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर वहीं रोक लिया। जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने वहां जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। कार्यकर्ता प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था और हालिया में बलिया में बीजेपी नेता द्वारा युवक को गोली मारे जाने की घटना का विरोध कर रहे थे। मौके पर मौजूद पुलिस बल प्रदर्शनकारियों को रोकने में लगा हुआ है। बाद में कार्यकर्ताओं ने कैसरबाग जिला कार्यालय डीसीपी गोपाल चौधरी को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। 

मौके पर मौजूद कार्यकर्ता प्रदेश के सरकार के खिलाफ महिलाओं और बच्चियों के प्रति बढ़ रही बर्बरता, हत्या और अपराध को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति अत्यंत गंभीर है हत्या लूट अपहरण और दुष्कर्म की घटनाएं रोज घट रही हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार इस पर नियंत्रण करने में पूर्णत विफल है प्रदेश में बेलगाम अपराध और बेखौफ अपराधी का संरक्षण में पल रहे हैं। जनता अपने को असुरक्षित मान रही है चारों तरफ भय और आतंक का माहौल है भाजपा में सर्वाधिक असुरक्षित महिलाएं और बच्चियां हैं। महिलाओं के साथ 2017 में 56011 वर्ष 2018 में 5945 वर्ष 2019 में 5985 अपराध हुए हैं। राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार पूरे भारत में अपराधों के सापेक्ष 14 3% अपराध संख्या उत्तर प्रदेश में होने से उसे अपराधों के मामले में प्रथम स्थान मिला है।

कार्यकर्ताओं ने अपने सौंपे ज्ञापन में कहा कि बलिया में 15 अक्टूबर 2020 को दिनदहाड़े राशन दुकान की पंचायत में हुए विवाद में भाजपा नेता ने एक युवक को गोली मार दी। इस समय एसबीएम और सीओ भी मौजूद थे। पुलिस की पकड़ में आने के बाद भी आरोपी को भाग जाने दिया गया। भाजपा सरकार दलितों वंचित और समाज के कमजोर वर्ग के हितों को पूर्णता अनदेखी कर रही है। हाथरस में दलित बेटी के साथ दुष्कर्म और उसकी नेशंस हत्या के बाद आधी रात को पुलिस ने उसका शव जला दिया प्रशासन का यह रवैया अत्यंत शर्मनाक है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने राज्य में अनियंत्रित अपराध को लेकर दिया राज्यपाल को ज्ञापन दिया।

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