रोजाना धोने पर ही कारगर है कपड़े का मास्क, इस्तेमाल के बाद गर्म पानी से मास्क धोना है जरूरी
पिछले कई अध्ययनों में शोधकर्ता यह दावा कर चुके हैं कि कपड़े का मास्क कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचा सकता है। अब एक नए अध्ययन में कहा गया है कि कपड़े का मास्क तभी कारगर है जब एक बार इस्तेमाल करने के बाद इसे अच्छी तरह गर्म पानी से धोया जाए। ऑस्ट्रेलिया की न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रैना मैकइंटायर ने कहा, ‘यह सही बात है कि कपड़े का मास्क सार्स-सीओवी-2 के संक्रमण को कम करता है। लेकिन चाहे कपड़े का मास्क हो या सर्जिकल मास्क दोनों को इस्तेमाल के बाद ‘दूषित’ माना जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि सर्जकिल मास्क तो एक बार प्रयोग करने के बाद फेंक दिए जाते हैं लेकिन कई लोग कपड़े का मास्क बिना धोए ही दोबारा इस्तेमाल करते हैं, जो बेहद नुकसानदेह हो सकता है।
मैकइंटायर ने कहा कि निश्चित तौर पर कपड़े का मास्क कई बार प्रयोग में लाया जा सकता है। बशर्ते इसे उचित तरीके से साफ किया जाए। उन्होंने कहा कि मास्क पहनने के बाद भी कई बार हम आदतन मुंह में हाथ लगाते हैं इसलिए हमारा अध्ययन बताता है कि यह संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकता है। इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने रेंडमाइज्ड कंट्रोल ट्रायल (आरसीटी)के डाटा का विश्लेषण किया, जो 2015 में प्रकाशित हुआ था। हालिया अध्ययन बीएमजे ओपन नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसमें कहा गया है कि कोरना वायरस के संक्रमण को रोकने में कपड़े का मास्क प्रभावी है। लेकिन इसकी सफाई का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है। जरा-सी असावधानी नुकसानदेह हो सकती है।
वर्तमान में मास्क ही वैक्सीन : कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक वैक्सीन नहीं मिलती है तब तक मास्क ही वैक्सीन है। लेकिन इसका इस्तेमाल करते समय कई बातों को ध्यान रखना बेहद जरूरी है। जब भी मास्क पहनें तो यह ध्यान रखें कि मुंह और नाक पूरी तरह ढकी रहे। मास्क को उल्टा न पहनें। ऐसा करने पर सारे किए कराए पर पानी फिर सकता है।