अमेरिका की इस वैक्सीन से दुनिया की उम्मीदें, ट्रंप प्रशासन की जमी निगाहें, ट्रायल शुरू
कोरोना महामारी के खिलाफ अमेरिका की इस वैक्सीन से भी दुनिया को एक नई उम्मीद जगी है। हालांकि, अभी यह वैक्सीन परीक्षण के तीसरे चरण में है। पूर्व के परीक्षणों में कई सौ लोगों पर इसको आजमाया जा चुका है। इसके चलते तीसरे चरण की प्रक्रिया में वैक्सीन से ज्यादा उम्मीदें बंध गई है। जी हां, अमेरिका की संघीय सरकार और निजी कंपनियों के संयुक्त प्रयास से विकसित की जा रही है। इस वैक्सीन पर ट्रंप प्रशासन की नजरें भी टिकी हैं। ट्रंप प्रशासन को इससे काफी उम्मीदें हैं।
बिना हो-हल्ला के वैक्सीन पर होता रहा काम, दो सफल परीक्षण संपन्न
हालांकि, इस वैक्सीन को लेकर अमेरिका में बहुत हो-हल्ला नहीं हुआ, लेकिन हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी एक सभा में यह संकेत जरूर दिए थे। उस वक्त भी उन्होंने इतना ही कहा था कि 2020 के अंत तक हम कोरोना वायरस की वैक्सीन बना लेंगे। उस वक्त अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना और फाइजर कंपनियों का जिक्र जरूर हुआ था। इसके बावजूद वैक्सीन के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया गया। लेकिन आज वरिष्ठ प्रशानिक अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि इस वैक्सीन के पहले दो चरण के परीक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हो गए हैं। इस दौरान कई सौ स्वयंसेवकों का टीकाकरण किया गया।
NIH ने परीक्षण संख्या का नहीं किया खुलासा
27 जुलाई को, NIH ने कहा कि अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक संभावित COVID-19 वैक्सीन के चरण तीन परीक्षण शुरू किए हैं, जिसे mRNA-1273 के रूप में जाना जाता है। एक अमेरिकी अधिकारी ने गुरुवार को संख्याओं का खुलासा किए बिना कहा कि कई सौ लोग थे, जिन्होंने पहले दिन टीकाकरण करवाया है। उक्त अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी सरकार और निजी कंपनियां COVID-19 वैक्सीन तैनाती की निगरानी के लिए प्रौद्योगिकियों का निर्माण कर रही है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन विकास के क्षेत्र में हम अप्रत्याशित और अत्यंत तेज गति के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
18 मई को अमेरिका की मॉडर्ना ने किया था ऐलान
एक अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना का दावा है कि वह जल्द ही वह कोरोना वैक्सीन का निर्माण कर लेगी। मॉडर्ना का कहना है कि इस वैक्सीन की वजह से किसी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण नहीं हो सकता, क्योंकि इसमें कोरोना वायरस मौजूद नहीं होता। 18 मई को मॉडर्ना ने ऐलान किया था कि फेज-1 ट्रायल में इसके परिणाम सकारात्मक आए हैं। mRNA-1273 वैक्सीन को अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और मॉडर्ना कंपनी ने तैयार किया गया है। मॉडर्ना ने अपनी वैक्सीन को लेकर यह भी कहा था कि जुलाई में वैक्सीन की फेज-3 स्टडी शुरू हो जाएगी। तीसरे राउंड में 30 हजार लोगों को वैक्सीन की खुराक दिए जाने की योजना है।