न्यूजीलैंड टीम के स्पिनर मिचेल सैंटनर ने की IPL की जमकर तारीफ,
न्यूजीलैंड टीम के स्पिनर मिचेल सैंटनर ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तारीफ की है। मिचेल सैंटनर ने आइपीएल को टी20 टूर्नामेंट का शिखर बताया है, क्योंकि ये लीग दुनिया की सबसे सफल टी20 लीग है। वहीं, एमएस धौनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए खेलना भी उनको अच्छा लगता है, क्योंकि सिर्फ सैंटनर ही नहीं, बल्कि दुनिया का हर एक क्रिकेटर इस लीग में खेलने के लिए उत्सुक रहता है।
मिचेल सैंटनर को सीएसके ने आइपीएल 2018 के ऑक्शन में खरीदा था, लेकिन उस सीजन में चोट के कारण वे नहीं खेल पाए थे। इसी सीजन को वापसी के बाद चेन्नई की टीम ने जीता था, जबकि पिछले साल खेले गए आइपीएल में वे चेन्नई की टीम के लिए कुछ मैच खेले थे। ईएसपीएन क्रिकइंफो ने सैंटनर के हवाले से लिखा है, “हां, मुझे लगता है कि आइपीएल सभी टी 20 टूर्नामेंटों का शिखर है और मैं 2018 में चुने जाने पर बहुत उत्साहित था।”
कीवी स्पिनर सैंटनर ने बताया, “चेन्नई (CSK) में कुछ विश्व स्तरीय स्पिनर हैं, जिनसे बात करना और उनके साथ खेलना अच्छा लगता है, क्योंकि हरभजन सिंह, रवींद्र जडेजा और इमरान ताहिर को मैंने खेलते देखा है। जब मैं पहले साल इंजर्ड हो गया था तो मैं बहुत निराश था, लेकिन मुझे पिछली बार मौका दिया गया था कि मैं इसे मैदान पर जाऊं और अनुभव करूं। यह एक अविश्वसनीय टूर्नामेंट है और निश्चित रूप से टी20 लीग के संदर्भ में सबसे अच्छा क्रिकेट है।”
कीवी स्पिनर ने यह भी कहा कि भारतीय टी20 टूर्नामेंट और एमएस धौनी की कप्तानी में खेलने के बाद उन्हें काफी अनुभव प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा है, “मैंने धौनी के खिलाफ बहुत मैच खेले हैं, इसलिए उनके साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने और उनसे इस बारे में बात करने काफी अच्छा था। यहां तक कि सुरेश रैना जैसे खिलाड़ी, जिनको आपने खेलते हुए देखा है उनके साथ बल्लेबाजी करना अलग अनुभव रहा।” सैंटनर ने बताया चेन्नई की पिच पर गेंदबाजी करना आसान था।
सैंटनर ने सीएसके के लिए 2019 के सीजन में कुल 4 मैच खेले और चार विकेट लिए थे। मिचेल सैंटनर के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक न्यूजीलैंड के लिए 22 टेस्ट, 72 वनडे और 44 T20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उन्होंने सभी प्रारूपों में 162 विकेट लिए हैं। 28 वर्षीय को आखिरी बार इस साल मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय मैच में एक्शन में देखा गया था। ये कोरोना महामारी के बीच आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच था।