हैदराबाद के खिलाफ चला ‘कोटला के किंग’ और ‘रन मशीन’ का जादू तो सनराइजर्स के लिए होंगी मुश्किलें
नई दिल्ली: दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम गुरुवार शाम जब सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ फिरोजशाह कोटला मैदान पर उतरेगी तो सबकी निगाहें दिल्ली टीम के दोखिलाडि़यों पर रहेगी. इनमें से एक विकेटों के मामले में कोटला का किंग है तो दूसरा रन मशीन. एक के नाम आईपीएल में फिरोजशाह कोटला पर सबसे ज्यादा विकेट हैं तो दूसरे ने इस सीजन में लगातार तीन मैचों में तीन हाफ सेंचुरी लगाई है. इनमें जो पहला है वह अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर है जबकि दूसरे का अंतरराष्ट्रीय करियर अभी शुरू ही हुआ है. अब आप अपने मस्तिष्क पर ज्यादा जोर डालें, इससे पहले ही आपको इनके नाम बता देते हैं. जी हां, इनमें से पहला नाम लेग स्पिनर अमित मिश्रा का है तो दूसरा दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के कप्तान श्रेयस अय्यर का.
टेस्ट, नडे और टी20 मैचों में भारतीय क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके अमित मिश्रा विकेटों के मामले में फिरोजशाह कोटला के किंग हैं. कोटला की पिच पर आईपीएल के मैचों में सबसे ज्यादा विकेट उन्हीं के नाम हैं. अब तक 35 मैचों में वे 43 विकेट ले चुके हैं. उनके बाद इस सूची में उमेश यादव, मोर्ने मोर्केल, जहीर खान और इमरान ताहिर का नाम शामिल है, लेकिन विकेटों की संख्या के मामले में ये चारों अमित मिश्रा से काफी पीछे हैं. अच्छी बात यह है कि अमित इस बार भी अच्छे फॉर्म में हैं. आईपीएल 11 में उन्होंने दिल्ली के लिए अब तक छह मैच खेले हैं और छह विकेट लिए हैं. कोटला पर अपनी टीम के पिछले दो मुकाबलों में विकेट लेने के साथ वे काफी किफायती भी साबित हुए हैं. इन दो मैचों में उन्होंने छह ओवर की गेंदबाजी की है और 35 रन देकर तीन विकेट लिए हैं.
टीम के कप्तान श्रेयस अय्यर को भी फिरोजशाह कोटला की पिच काफी रास आती है. दिल्ली डेयरडेविल्स ने आईपीएल 11 में इस मैदान पर अब तक तीन मैच खेले हैं. अय्यर इन तीनों मैचों में हाफ सेंचुरी लगा चुके हैं. उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 50, केकेआर के खिलाफ 93 और किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 57 रनों की पारी खेली थी. वैसे भी, लीग के इस सीजन में अय्यर का बल्ला सिर चढ़कर बोल रहा है. अब तक 10 मैचों में 50 से ज्यादा की औसत और करीब 150 की स्ट्राइक रेट से उन्होंने 351 रन बनाए हैं. सनराइजर्स के खिलाफ पिछले मुकाबले में हालांकि उनकी टीम हार गई थी, लेकिन अय्यर ने 36 गेंदों पर 44 रन बनाए थे.
गुरुवार की शाम होने वाला यह मुकाबला दिल्ली की टीम के लिए बेहद अहम है. 10 मैचों में उसके केवल छह अंक हैं और प्वॉइंट टेबल में वह सबसे नीचे है. दिल्ली के प्लेऑफ में पहुंचने की कोई संभावना तभी हो सकती है जब वह बाकी चारों मैच जीते. अच्छी बात यह है कि अब उसके चारों मुकाबले फिरोजशाह कोटला पर ही होने हैं. ऐसे में टीम को केवल हैदराबाद ही नहीं, बल्कि अगले तीन मुकाबलों में भी अपने कप्तान और मुख्य गेंदबाज से वैसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जैसा इस मैदान पर वे अब तक करते आए हैं.