
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने गढ़ छिंदवाड़ा से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। छिंदवाड़ा से मौजूदा विधायक दीपक सक्सेना ने बुधवार को विधानसभा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान विधायकी पद छोड़ने की बात कही है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से लगातार नौ बार सांसद रहने का गौरव प्राप्त कर चुके कमलनाथ ने 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। लिहाजा छह महीने के भीतर उन्हें विधानसभा सदन की सदस्यता लेना जरूरी है।
इसलिए यह माना जा रहा है कि विधायक दीपक सक्सेना के इस्तीफा देने के बाद छिंदवाड़ा विधानसभा सीट खाली होने पर कमलनाथ इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। हालांकि कमलनाथ ने इस बारे में अभी एलान नहीं किया है।
ऐसा माना जा रहा है कि कमलनाथ के छिंदवाड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ने पर अगला लोकसभा चुनाव उनके पुत्र नकुल नाथ लड़ेंगे।
लोकसभा चुनाव की तैयारी
कमलनाथ ने सोमवार को पार्टी पदाधिकारियों से शहडोल और बैतूल लोकसभा सीट के लिए संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की। इन दोनों सीटों पर कांग्रेस की विधानसभा में मजबूत स्थिति रही है।
कमलनाथ ने पार्टी पदाधिकारियों से लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए कमर कसने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी एकजुट होकर लड़ेंगे तो निश्चित रूप से इस सीट पर पार्टी को जीत हासिल होगी।
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने 29 सीटों का लक्ष्य तय किया है। चुनाव में पार्टी को 15 से 20 सीटें मिलने की उम्मीद है। इसी के चलते कांग्रेस इन सीटों कि लिए अभी से रणनीति तैयार कर रही है।