
फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर की कोशिकाओं में अतिरिक्त फैट जमा हो जाती है। यह समस्या अक्सर अनियमित जीवनशैली, खराब आहार और वजन बढ़ने से जुड़ी होती है। आश्चर्य की बात यह है कि सर्दियों के मौसम में यह समस्या अक्सर बढ़ जाती है या इसके लक्षण अधिक स्पष्ट दिखाई देने लगते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक प्रमुख कारण हमारी दिनचर्या की कुछ गलत आदतें होती हैं।
यह स्थिति तब गंभीर हो जाती है जब लिवर में सूजन आने लगती है, जो आगे चलकर सिरोसिस का कारण बन सकती है। इसलिए लिवर को स्वस्थ रखने के लिए इन मौसमी खतरों को पहचानना और कुछ सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है। आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
अधिक कैलोरी और फ्रुक्टोज युक्त भोजन
सर्दियों में हमारा रुझान स्वाभाविक रूप से अधिक कैलोरी, तले-भुने और मीठे खाद्य पदार्थों की ओर बढ़ जाता है। ये भोजन खासकर सीधे लिवर में फैट के रूप में जमा होते हैं। मिठाइयों और प्रोसेस्ड स्नैक्स का अधिक सेवन लिवर पर फैट का बोझ बढ़ाता है, जिससे फैटी लिवर की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए ठंड के मौसम में भी संतुलित आहार को प्रथमिकता दें।
शारीरिक निष्क्रियता और वजन बढ़ना
ठंड के कारण लोग बाहर निकलना कम कर देते हैं और घंटों बिस्तर या सोफे पर बैठे रहते हैं। शारीरिक निष्क्रियता का सीधा असर हमारे मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है, जिससे कैलोरी बर्न होने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। कम खर्च और अधिक कैलोरी के सेवन से वजन तेजी से बढ़ता है, और यह फैट सीधे लिवर में जमा होकर फैटी लिवर की समस्या को गंभीर बना देती है।
शराब का सेवन
सर्दियों की पार्टियों और जश्न में अक्सर शराब का सेवन बढ़ जाता है। लिवर को शराब को पचाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। अल्कोहल सीधे लिवर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और फैट के जमाव को बढ़ावा देता है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर किसी को पहले से ही नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर है, तो शराब का सेवन इसे अल्कोहलिक हेपेटाइटिस में बदल सकता है।
अभी से बरतें ये सावधानियां-
ठंड होने पर भी, घर के अंदर योग, स्किपिंग या हल्की जॉगिंग करें। रोजाना 30 मिनट की सक्रियता जरूरी है।
अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, दालें और लीन प्रोटीन (जैसे अंडे, पनीर) शामिल करें। ये लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं।
कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेज्ड जूस और अधिक चीनी वाली मिठाइयों से बचें।
सर्दियों में भी पर्याप्त मात्रा में गुनगुना पानी पीते रहें।