
राजधानी भोपाल में नवरात्रि के अवसर पर शहर भर में भव्य आयोजन किए जा रहे हैं। जगह-जगह माता के दरबार सजे हुए हैं जिसमें अलग-अलग कलाकृतियां देखने को मिलेंगी। भक्तों में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। भोपाल में रविवार रात अलग-अलग इलाकों से भव्य जुलूस निकाले गए, जिनमें श्रद्धालु डीजे की धुनों, ढोल-नगाड़ों और धार्मिक गीतों पर थिरकते नजर आए। हर तरफ जय माता दी के जयकारों से माहौल गूंज उठा। रातभर शहर के हर कोने में श्रद्धालु जुलूसों के साथ मां दुर्गा की प्रतिमाओं को स्थापित करने पहुंचे। राजधानी के विठ्ठल मार्केट में एक करोड़ 25 लाख खर्च करके माता का पंडाल सजाया गया है। जिसमें जगन्नाथ के दर्शन होंगे। वही न्यू मार्केट में 45 लाख खर्च कर माता का दरबार सजाया गया है जिसमें कृष्ण जन्मभूमि मथुरा की कलाकृतियां देखने को मिलेगी। इसके अलावा कोटरा सुल्तानाबाद में 52 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। यहां पाताल भैरवी में अद्भुत दृश्य देखने को मिलेंगे। इसी प्रकार शहर के अलग-अलग क्षेत्र में माता के दरबार सजाए गए हैं। इसके साथ ही शहर में कई जगह गरबा की व्यवस्था की गई है।
ओडिशा की तर्ज पर भगवान जगन्नाथ पुरी की झांकी
जय मां वैष्णो दुर्गा उत्सव श्री राम रसोई समिति विट्ठन मार्केट द्वारा इस बार ओडिशा की तर्ज पर भगवान जगन्नाथ पुरी का पंडाल तैयार किया गया है। समिति के संयोजक हरिओम खटीक ने बताया कि सवा करोड़ रुपए की लागत से पंडाल तैयार किया गया है। इसमें कोलकाता के 62 कारीगरों में 75 दिन तक मेहनत करके पंडाल को तैयार किया है। यह झांकी का 22वां साल है। इस साल बहुत ही अद्भुत छवि देखने को मिलेगी। जगन्नाथ पुरी, मथुरा और बनारस से 11 पंडित बुलाए गए हैं जो यहां पूजा पाठ करेंगे।
अद्भुत नजारे के साथ होंगे मां पाताल भैरवी के दर्शन
मां पाताल भैरवी की झांकी 26 वर्षों से निरंतर भक्तों के लिए आस्था और भव्यता का प्रतीक बनी हुई है। जो लगभग 52 लाख रुपए के भव्य बजट से तैयार की गई है। आयोजक सुदेश पांडेय ने बताया कि इस बार शक्ति पीठ, छत्रपति शिवाजी महाराज के सिंहगढ़ किले पर आधारित दुर्ग, मिरर इल्युजन, राधा-कृष्ण दर्शन और हॉन्टेड हाउस जैसी विशेषताएं शामिल हैं। शिल्पकार शुभम सोनी और अमन राय द्वारा निर्माण किया जा रहा है, जिसमें कोलकाता और भोपाल के कारीगरों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है।
कृष्ण जन्मभूमि का पंडाल सजाया
न्यू मार्केट दुर्गा उत्सव समिति द्वारा मथुरा का श्री कृष्ण जन्मभूमि का पंडाल सजाया जा गया है। सचिव अजय देवनानी ने बताया कि 45 लाख की लागत से झांकी बनाई गई है। कलकत्ता के 20 कारीगर निर्माण कार्य में लगे हुए हैं। वृदांवन की लीलाएं दर्शाई जाएंगी। इस झांकी को करीब 60 फीट ऊंची बनाई गई है। झांकी में खाटू श्याम के भी दर्शन होंगे। खास बात यह हैं कि जयपुर से प्रसादी मंगाकर यहां खाटू श्याम का भोग लगाया जाएगा।
भोपाल शहर में पहली बार पंचमुखी श्यामा काली
नेहरू नगर करुणाधाम आश्रम द्वारा, पंचमुखी श्यामा काली (बड़ी अम्मा) की 21 फिट ऊंची प्रतिमा की स्थापना करी गई है, उल्लेखनीय है कि भोपाल शहर में पहली बार पंचमुखी श्यामा काली को विराजमान किया गया है। इसी बीच नरसिंहगढ़ का प्रसिद्ध बारेलाल बैंड ने अपनी जोशीली और मनमोहक बैंड कलाओं से यात्रा को रोचक बना दिया, तो वही फायर और आतिशबाजी कार्यकम के द्वारा आसमान को जगमग कर दिया गया। साथ ही अघोरी वेश में कलाकारों ने मुंह से आग छोड़ कर अपनी कला का प्रदर्शन किया।
कष्टभंजन हनुमान जी के होंगे दर्शन
विजय मार्केट भेल स्थित विजय मार्केट स्थित दुर्गा उत्सव समिति इस बार हनुमानजी की जीवनगाथा पर झांकी बनाई गई है। अध्यक्ष रामबाबू शर्मा ने बताया कि झांकी का निर्माण कोलकाता के कारीगरों द्वारा किया गया है। जिसमे कष्टभंजन हनुमान मंदिर सारंगपुर गुजरात की झांकी हुबहू सजाई गई है। झाकी मे भव्य माता रानी का दरबार गणेश मंदिर पानी की नदी से होता हुआ श्रद्धालु गण बड़े बड़े झूले खान पान के आनंद लेते हुए आनंद लेंगे। इस झांकी में प्रति दिन 20 हजार श्रद्धालु दर्शन करने आते है।
सीसीटीवी कैमरे से मॉनिटरिंग
पुलिस प्रशासन भी नवरात्रि उत्सव को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए हैं। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे से मॉनिटरिंग की जाएगी। लोगों का कहना है कि बार उत्सव न सिर्फ धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक बनेंगे, बल्कि भारतीय इतिहास, संस्कृति कला और आस्था को भी पहचान देंगे।