
पूरन पोली महाराष्ट्र की सबसे लोकप्रिय और पारंपरिक मिठाइयों में से एक है, जो खासतौर पर तीज, होली और गणेश चतुर्थी जैसे त्योहारों पर घरों में बड़ी धूमधाम से बनाई और खाई जाती है। ये स्वादिष्ट मीठी रोटी गुड़ और चने की दाल के पोषक तत्वों से भरपूर भरावन से तैयार होती है, जो हर किसी के दिल को खुश कर देती है।
कई लोग इसे बनाने को थोड़ा मुश्किल समझते हैं, लेकिन असल में सही तरीके और थोड़ी सावधानी से ये बेहद आसान और मजेदार भी हो सकता है। अगर आप इस गणेश चतुर्थी पर कुछ खास बनाना चाहते हैं जो सभी को पसंद आए, तो पूरन पोली आपके त्योहार को और भी मीठा और यादगार बना सकती है। आइए जानते हैं इसे बनाने की सरल विधि।
पूरन पोली का सामान
आटा – 1 कप
बेसन – 1/2 कप
गुड़ – 3/4 कप
चना दाल – 1 कप
इलायची पाउडर – 1/2 छोटी चम्मच
घी
पूरन पोली बनाने के लिए सबसे पहले चना दाल को कम से कम 5 घंटे पहले पानी में भिगोकर रख दें। इसके बाद आपको आटा लगाकर रखना है। इसके लिए सबसे पहले एक बड़े बर्तन में गेहूं का आटा, थोड़ा सा घी, नमक डालकर गुनगुने पानी से नरम आटा गूंध लें। इसे ढककर 15-20 मिनट के लिए रख दें।
अब बारी आती है स्टफिंग तैयार करने की तो उसके लिए सबसे पहले धुली हुई दाल को धोकर साफ कर लें। अब इसे कुकर में कम से कम दो से तीन सीटी आने तक पकाएं। अब जब ये पक जाए तो इसे निकाल लें।
इसके बाद एक कड़ाही में बेसन को हल्का भूरा होने तक भूनें। फिर इसमें गुड़ डालकर पिघलाएं। अब उबली हुई दाल और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं। मिश्रण गाढ़ा और चिपचिपा होना चाहिए। अब इसे ठंडा होने दें।
इसके बाद जो आटा गूंथकर रखा है उससे लोई बनाएं। आटे की छोटी-छोटी लोइयां बना लें। एक लोई लेकर बेलन से बेलें। बीच में थोड़ा मिश्रण रखें और बंद करके गोल-गोल बेल लें। तवे को गर्म करें, पोली को दोनों तरफ से घी लगाकर मध्यम आंच पर सेकें जब तक सुनहरी और फूल जाए। जब ये सिक जाए तो इसे घी के साथ परोसकर भोग लगाएं।