MP : इंजीनियरिंग छात्र चला रहा था अंतरराज्यीय चोरी गैंग
भोपाल की कोलार पुलिस ने एक अंतरराज्यीय नकबजन गिरोह का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात यह है कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड एक इंजीनियरिंग छात्र निकला, जो अपने साथियों के साथ मिलकर लग्जरी कार से कॉलोनियों में घूम घूमकर रेकी करता था। इसके बाद वह बाहरी राज्यों से बदमाशों को बुलाकर चोरी की वारदातें कराता था।
बड़े होटलों में रुकवाते थे अपराधी, फिर करते थे वारदात
गिरोह के सदस्य बाहरी बदमाशों को भोपाल बुलाकर बड़े होटलों में ठहराते थे ताकि किसी को शक न हो। बाद में ये लोग सुनियोजित ढंग से चोरी की वारदातें अंजाम देते थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लगभग 22 लाख रुपये कीमती सोने चांदी के जेवरात, 24 हजार रुपये नकद, और दो लग्जरी कारें जब्त की हैं।
चोरी का सोना गिरवी रखकर किया ट्रेडिंग में निवेश
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने करीब 40 लाख रुपये का सोना मंडीदीप स्थित मुथूट फाइनेंस में गिरवी रखकर गोल्ड लोन लिया था और उससे प्राप्त राशि को ट्रेडिंग कंपनियों में निवेश कर दिया। पुलिस को उनके खातों से करीब 60 लाख रुपये के लेनदेन का रिकॉर्ड मिला है, जिन्हें अब फ्रीज कर जांच में लिया गया है।
तीन जिलों से हुई गिरफ्तारी, चार चोरी की वारदातों का खुलासा
पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि 13 14 मई की रात कोलार स्थित दानिश कुंज में चोरी की वारदात के बाद जांच शुरू की गई थी। सीसीटीवी फुटेज में एक सफेद हुंडई औरा कार संदिग्ध रूप से नजर आई, जिसकी जांच के बाद तीन संदिग्धों यशवंत रघुवंशी (विदिशा), भूपेंद्र साहू (भोपाल) और अभिलाष विश्वकर्मा (छिंदवाड़ा) को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में तीनों ने कोलार थाना क्षेत्र में 3 और कटारा हिल्स थाना क्षेत्र में 1 चोरी की वारदात करना स्वीकार किया। अभिलाष पहले तेलंगाना की वारंगल जेल में चोरी के एक मामले में बंद रह चुका है।
और भी वारदातों के खुलासे की उम्मीद
पुलिस के अनुसार, आरोपियों से बरामद सोने चांदी के जेवरात, नकदी और बैंक ट्रांजेक्शन्स के आधार पर अन्य कई चोरी की घटनाओं का खुलासा होने की संभावना है। इस मामले में शेष आरोपियों की तलाश जारी है और मुथूट फाइनेंस में गिरवी रखा गया सोना फ्रीज कर लिया गया है।