भारत ने पहले पर्यावरण वहनीयता कार्यबल की बैठक आयोजित में जानिए क्या कुछ कहा…

जी 20 देशों के अध्यक्ष के रूप में भारत ने गुरुवार को पहले पर्यावरण वहनीयता कार्यबल की बैठक आयोजित की। बेंगलुरु में हुई इस बैठक में खदानों और जंगलों में लगी आग को बुझाने के तरीकों पर गंभीरता से विचार किया गया। दोनों तरह की आग से पर्यावरण को भारी नुकसान होता है।
विश्व के औद्योगिक रूप से सबसे संपन्न 20 देशों के समूह के अंतर्गत 13 कार्यबल कार्य करते हैं, इन्हीं में से एक पर्यावरण वहनीयता कार्यबल (एन्वायरमेंट एंड क्लाइमेट सस्टेनेबिलिटी वर्किंग ग्रुप) है। इन सभी कार्यबलों की बैठक फरवरी से मई के बीच होनी है। इस सिलसिले में पर्यावरण पर बने कार्यबल की पहली बैठक हुई है। दूसरी बैठक 27 से 29 मार्च तक गांधीनगर में, तीसरी बैठक 21 से 23 मई के बीच मुंबई में और चौथी बैठक 25-27 मई के बीच चेन्नई में होगी। सदस्य देशों की मंत्री स्तर की बैठक 28 जुलाई को चेन्नई में हो सकती है। इन बैठकों में भूमि कटाव-उसकी गुणवत्ता कम होने, जैव विविधता के क्षरण, समुद्री प्रदूषण, प्राकृतिक संसाधनों का भारी दोहन और कूड़ा निस्तारण में अक्षमता जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इन बैठकों में भारत अपने प्रयासों की जानकारी सदस्य देशों को देगा और उनकी अच्छी बातों को सीख के तौर पर लेगा। बता दें कि भारत 2030 तक ढाई अरब टन कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन कम करने का लक्ष्य लेकर कार्य कर रहा है।  
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