वेटरनरी विश्‍व विद्यालय के इस निर्णय से बड़ी संख्‍या में विद्यार्थियाें को मिलेगी राहत

नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा एवं साइंस विश्वविद्यालय जबलपुर में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। कोरोना के चलते लॉकडाउन के दौरान विवि के स्नातक और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की इंटर्नशिप न होने की वजह से डिग्री रुकी थी। वेटरनरी विवि ने अपने विद्यार्थियों को राहत देते हुए आदेश दिया है कि वे जिस शहर में हैं, वहीं के वेटरनरी हॉस्पिटल या रिसर्च सेंटर से अपनी इंटर्नशिप पूरी कर सकते हैं।

वेटरनरी विवि ने इस संबंध में राज्य शासन से स्वीकृति मांगी थी, जिसे मान लिया गया है। राज्य शासन ने पशुपालन विभाग को पत्र लिखकर अपने विद्यार्थियों को वेटरनरी हॉस्पिटल से इंटर्नशिप कराने कहा है। इधर अन्य राज्यों में रहने वाले विद्यार्थियों को भी राहत देते हुए वहां के पशुपालन विभाग के डायरेक्टर को पत्र लिखकर विद्यार्थियों को इंटर्नशिप कराने में सहयोग करने कहा है।

तीनों कॉलेज के विद्यार्थियों को मिलेगा फायदा

जबलपुर समेत रीवा और महू वेटरनरी कॉलेज में यूजी और पीजी के 200 से ज्यादा विद्यार्थियों को इसका फायदा मिलेगा। इतना ही नहीं विवि प्रशासन ने मध्यमप्रदेश में रहने वाले वेटरनरी विद्यार्थियों के अलावा अन्य प्रदेश में रहने वाले विवि के विद्यार्थियों को उसी शहर से इंटर्नशिप कराने के लिए हर प्रदेश के वेटरनरी विभाग के डायरेक्टर को पत्र लिखा है, जिसके बाद अब यूपी, बिहार से लेकर जम्मू कश्मीर, असम, तमिलनाडु समेत सभी प्रदेश में रह रहे जबलपुर वेटरनरी विवि के छात्रों को राहत मिल गई है।

कोरोना ने रोकी विद्यार्थियों की डिग्री

वेटरनरी विवि नियम के मुताबिक यूजी या पीजी के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को 6 माह की इंटर्नशिप करनी होती है, जिसमें उन्हें वेटरनरी कॉलेज के हॉस्पिटल, फार्म पर जाकर पशुओं के इलाज का व्यवहारिक ज्ञान लेना होता है। विवि के 200 से ज्यादा विद्यार्थियों को मार्च से इंटर्नशिप करनी थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से वह कॉलेज छोड़कर अपने घर चले गए। तीन माह से कॉलेज बंद है। इस वजह से इंटर्नशिप न होने के कारण विद्यार्थियों की डिग्री रुकी है।

इनका कहना है

वेटरनरी विवि में पढ़ने वाले यूजी-पीजी अंतिम वर्ष के छात्र अब अपने शहर और गांव के वेटरनरी हॉस्पिटल से ही इंटर्नशिप कर सकेंगे। इस दौरान उन्हें मानदेय भी दिया जाएगा।

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