हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे को उन्ही के घर मे पुलिस ने किया नजरबंद

एंकर – कासगंज हिंसा का अलीगढ़ में विरोध प्रदर्शन शुरू होने से पुलिस चैकन्नी हो गई है। जहां एक तरफ कासगंज हिंसा के विरोध में जुलूस निकाल रहे दो हिंदूवादी नेताओं को गिरफ्तार किया है, वहीं अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे को पुलिस ने उन्हीं के घर में नजरबंद कर दिया। पूजा शकुंन पांडे कासगंज में मृतक चंदन के घर शोकसभा में जाने के लिये तैयार हो रही थीं। दरअसल उपद्रवग्रस्त कासगंज तीसरे दिन सामान्य की ओर लौटा तो वहां पर फायर ब्रांड नेताओं के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। उधर मंडल भर में चैकसी में कोई भी ढील नहीं दिए जाने के कमिश्नर सुभाष चन्द शर्मा ने निर्देश जारी किए हैं। कमिश्नर सुभाष चन्द शर्मा ने अलीगढ़ समेत मंडल भर के पुलिस-प्रशासन को निर्देश जारी किए हैं कि कोई भी फायर ब्रांड नेता या फिर कार्यकर्ता बेवजह कासगंज की ओर नहीं आने पाए। शहर को पूरी तरह से शांति बनाए रखने के लिए भड़काऊ बयान वाले नेताओं से दूर रखना खासा जरूरी है। 

वीओ – सोमवार को अलीगढ़ के पुलिस प्रशासन को जैसे ही सूचना मिली कि अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे कासगंज में मृतक चंदन की शोकसभा में शामिल होने जा रही हैं, तुरंत ही सीओ द्वितीय पंकज श्रीवास्तव, थाना गांधीपार्क इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार सिंह, क्यूआरटी महिला पुलिस, लैपर्ड सहित तमाम फोर्स उनके नौरंगाबाद बीदास कंपाउंड स्थित घर पहुंच गई। कासगंज के हालातों का हवाला देते हुए उन्होंने पूजा शकुन पांडे को कासगंज जाने से मना किया, मगर वह जाने की जिद पर अड़ी रही। इसको लेकर सीओ ने उन्हें उनके घर में नजरबंद कर दिया। परिजनों ने बिना किसी लीगल नोटिस के इस कार्यवाही पर सवाल उठाया है। सीओ से जब कार्रवाई के बारे में पूछा तो कुछ भी बताने से इंकार कर दिया, कहा कि वह यहां चाय पीने आये हैं। बता दें कि पुलिस की सख्ती के बाद भी अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव व संत डाॅ. पूजा शकुन पांडेय रविवार को कासगंज स्कूटर से गलियों में होते हुए मृतक चंदन के घर पहुंच गई थीं और परिजनों को सांत्वना दी थी।

 

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