पाकिस्तान में बैसाखी मनाने गया अमृतसर का युवक लापता

पंजाब के अमृतसर के रहने वाले अमरजीत सिंह सिख तीर्थयात्रियों के साथ 12 अप्रैल को बैसाखी का त्यौहार मनाने पाकिस्तान आया था. उसके साथ आए लोगों के भारत वापस लौटने की तैयारी के दौरान अमरजीत सिंह के लापता होने का पता चला.

दूसरे तीर्थयात्रियों की तरह सिंह का पासपोर्ट भी ‘एवैक्यू ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड ’(ईटीपीबी) के पास था. ईटीपीबी अधिकारियों ने अमरजीत के  पासपोर्ट वापस न लेने आने पर उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी.  मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्राथमिक जांच के अनुसार ननकाना साहिब से लाहौर पहुंचने पर अमरजीत सिंह लापता हुआ. उसकी तलाश जारी है.

इससे पहले भी पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले परिवार का दावा है कि उनकी बहू किरण बाला बैसाखी मनाने 13 अप्रैल को पाकिस्तान के ननकाना साहिब गई थी. जहां उसका धर्म बदलवाया गया, फिर दूसरी शादी करा दी गई. किरण बाला के ससुर तरसेम सिंह ने अपनी बहू के पाकिस्तान इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आइएसआई) के हत्‍थे चढ़ने का शक जताया है. लेकिन कुछ दिन बाद किरण बाला ने जानलेवा धमकियां मिलने का हवाला देते हुए विदेश मंत्रालय से उसका वीजा बढ़ाने की मांग की थी.

दरअसल, बैसाखी के मौके पर 1700 श्रद्धालुओं का एक जत्था 12 अप्रैल को पाकिस्तान के लिए रवाना हुआ था. इसमें 32 साल की किरण बाला भी थी. 16 अप्रैल को वह कथित रूप से लापता हो गई. किरण बाला के पति की 31 साल की उम्र में साल 2013 में मौत हो गई थी. उसके तीन बच्चे हैं. वह चंडीगढ़ से 90 किलोमीटर दूर अपने सास-ससुर के साथ रहती थी. उसके पास पाकिस्तान में 21 अप्रैल तक रहने का वीज़ा था.

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