सीक्रेट मिशन पर रायबरेली आ रहे अमित शाह, सफल हुए तो कांग्रेस से छूटेगा कुछ अपनों का साथ

लखनऊ: यूपी में बढ़ते तापमान के साथ ही सियासी पारा भी बढ़ता जा रहा है. सोनिया और राहुल गांधी के बाद अब अमित शाह कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली आ रहे हैं. सियासी गलियारे में चर्चा है कि अमित शाह रायबरेली में एक खास मिशन पर आ रहे हैं. क्‍योंकि भाजपा चाहती है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को उसके गढ़ में पटखनी देते हुए अभेद किले को ध्‍वस्‍त किया जाए. ऐसे में अमित शाह भाजपा कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र बताने के साथ ही उन्‍हें खास दिशा-निर्देश भी देंगे.

कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी का तीन दिवसीय दौरा कर लोगों की समस्‍याओं को जानने की कोशिश की. वहीं सोनिया गांधी ने भी अपनी लोकसभा सीट रायबरेली में दो दिन का दौरा किया. उन्‍होंने जिला समिति के साथ बैठक कर विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए. राहुल और सोनिया गांधी के दौरे के खत्‍म होने के ठीक एक दिन पहले बीजेपी की ओर से 21 अप्रैल को रायबरेली में अमित शाह के दौरे की चर्चा आम हो गई.

माना जा रहा है कि अमेठी में आए दिन स्मृति ईरानी के दौरे के बाद अब अमित शाह का रायबरेली दौरा कांग्रेस की मुसीबतें बढ़ा सकता है. चर्चा है कि अमित‍ शाह की 21 अप्रैल को होने वाली रैली में रायबरेली से कांग्रेस के प्रमुख चेहरे और एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह भाजपा का दामन थाम सकते हैं. इसके अलावा उनके भाई और रायबरेली में हरचंदपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश सिंह भी अमित शाह की रैली में भाजपा में शामिल हो सकते हैं. अगर बीजेपी ऐसा करने में सफल रही तो अमित शाह रायबरेली से कर्नाटक का भी सियासी गणित साध लेंगे.

कांग्रेस को अपना गढ़ बचाने की चिंता 
माना जा रहा है कि अमित शाह के दौरे पर जहां कांग्रेस को अपना गढ़ बचाने की चिंता है तो भाजपा की हर कोशिश इसे ढहाने की होगी.यहां गांधी परिवार के निकटस्थ लोगों में से एक एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह की ओर से बीते सप्ताह एक पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया था. पत्र में कहा गया था कि पंचवटी (दिनेश प्रताप सिंह का आवास) अब अमेठी की नहीं रही. इससे साफ जाहिर हो गया कि आने वाले समय में कांग्रेस का साथ उसके ही गढ़ में कुछ लोगों से छूट रहा है.

दरक रहा कांग्रेस का किला
भाजपा के प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक का कहना है कि मौजूद समय हर ओर कांग्रेस का किला दरक रहा है. कांग्रेस परिवार की ओर से रायबरेली और अमेठी में इतने साल सत्‍ता चलाने के बाद भी वहां की जनता को कुछ नहीं मिला. ऐसे में अब कांग्रेस का यह किला ढहने के आखिरी पड़ाव पर है. पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह की रैली से उसकी विधिवत शुरूआत हो जाएगी.

जीआईसी के मैदान में जनसभा की तैयारी
रायबरेली शहर के बस अड्डे के पास स्थित जीआईसी मैदान में 21 अप्रैल को जनसभा होगी. बताया जा रहा है कि इसका आयोजन पंचवटी परिवार ही कर रहा है. इसी जलसे में एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह आदि अपने समर्थकों संग भाजपा में शामिल होंगे. जनसभा को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी संबोधित करेंगे.

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