पांच दिनों की विदेश यात्रा पर रवाना हुए पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार देर रात पहले पड़ाव स्वीडन पहुंच गए. वहां स्वीडन के पीएम ने मोदी का एयरपोर्ट पर स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी इस यात्रा पर व्यापार और निवेश सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत बनाने पर जोर देंगे.
प्रधानमंत्री 16 अप्रैल की देर रात स्टॉकहोम पहुंचे. यहां उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की. स्वीडन के दौरे पर पीएम मोदी का स्वागत वहां रहने वाले हिंदुस्तानियों ने बेहद उत्साहित अंदाज में किया. रात को जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वीडन पहुंचे, उनसे मिलने और देखने का इंतजार सैकड़ों भारतीय वहां कर रहे थे. पीएम ने भी अपने चाहने वालों को निराश नहीं किया और करीब जाकर हाथ मिलाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया. पीएम को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा था. क्या बच्चे, क्या बूढ़े, क्या महिलाएं और क्या युवा. हर कोई इन तस्वीरों को कैमरे में कैद कर लेना चाहता था.
देर रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वीडन पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर पीएम का स्वागत खुद स्वीडिश प्रधानमंत्री स्टेफन लोफवेन ने किया. पहली बार स्वीडन के प्रधानमंत्री परंपरा तोड़कर नरेंद्र मोदी की अगुआई के लिए एयरपोर्ट पहुंचे. 30 सालों बाद भारत का कोई प्रधानमंत्री स्वीडन के दौरे पर गया है. मोदी स्वीडन में भारत-नोर्डिक समिट में हिस्सा लेंगे. इसके अलावा स्वीडन के प्रधानमंत्री के घर पर दोनों नेताओं की मुलाकात होगी.
स्वीडन के बाद नरेंद्र मोदी लंदन के लिए रवाना होंगे. इंग्लैंड का दौरा खत्म करने के बाद भारत आने से पहले कुछ वक्त पीएम जर्मनी में भी बिताएंगे. 17 अप्रैल को मोदी कई बैठकों में शामिल होंगे. अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ब्रिटेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे. इसके अलावा मोदी राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों के सम्मेलन (चोगम) में भाग लेंगे. वह स्वदेश वापसी के दौरान 20 अप्रैल को बर्लिन में कुछ देर के लिए ठहरेंगे.
Landed in Stockholm. I thank Prime Minister Stefan Löfven for the warm welcome at the airport. @SwedishPM pic.twitter.com/nJuqebdiOr
Loading...— Narendra Modi (@narendramodi) April 16, 2018
16 से 21 अप्रैल तक निर्धारित स्वीडन और ब्रिटेन की यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा था कि वह व्यापार, निवेश और स्वच्छ ऊर्जा समेत विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय साझेदारी गहरा बनाने को लेकर आशान्वित हैं.पीएम मोदी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा था, ‘‘ भारत और स्वीडन के बीच दोस्ताना रिश्ता है. हमारी साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों तथा खुले, समावेशी एवं नियमों की बुनियाद पर टिकी वैश्विक व्यवस्था के प्रति कटिबद्धता पर आधारित है. स्वीडन हमारे विकास पहलों में एक मूल्यवान साझेदार है. ’’
प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के प्रथम पड़ाव में स्वीडन पहुंचे जो तीन दशको में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है. स्वीडन यात्रा के दौरान मोदी द्विपक्षीय वार्ता करने के साथ प्रथम भारत-नोर्डिक सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस सम्मेलन का सह-आयोजन भारत और स्वीडन ने किया है. इस सम्मेलन में सभी नॉर्डिक देश हिस्सा ले रहे हैं. इसमें डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे तथा स्वीडन के प्रधानमंत्री शामिल होंगे.