कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए 8 लोगों ने छेड़ी मुहीम, 52 दिन में कई देशों की करेंगे यात्रा

कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, लेकिन इसके बारे में मालूम चल जाए, तो वक्त पर इसका इलाज कराकर इससे बचा जा सकता है। इस रोग के कई प्रकार होते हैं। इन्हीं में से एक होता है सर्वाइकल कैंसर। सर्वाइकल कैंसर ज्यादतर महिलाओं में होता है। जानकारी के मुताबिक 15 से 44 साल की उम्र की महिलाओं में ये बीमारी सबसे ज्यादा देखने मिलती है और उनकी मौत का ये आज सबसे बड़ा कारण बन चुका है।

हालांकि, इस रोग को टीकाकरण से रोका जा सकता है, लेकिन जानकारी के अभाव में ऐसा नहीं हो पाता। इस खतारनाक बीमारी को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए, चार अलग-अलग राज्यों के आठ लोगों एक मुहिम छेड़ा है। इस मुहिम के तहत वे 52 दिनों तक कार ड्राइव कर तमिलनाडु से रूस के सेंट पीटर्सबर्ग तक की यात्रा करेंगे।

इस अभियान से जुड़ी मीनाक्षी अरविंद ने बुधवार को एएनआइ को बताया ‘हर आठ मिनट में, सर्वाइकल कैंसर के कारण भारत में एक महिला की मौत हो जाती है। हमारी पहल के माध्यम से, हम लोगों को सूचित करना चाहते हैं कि इस प्रकार के कैंसर को टीकाकरण के माध्यम से रोका जा सकता है। उन्होंने ने कहा 9 साल से 26 साल की उम्र तक टीकाकरण कराकर इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है। उन्होंने सरकार से इसे अपने मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा बनाने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा ‘ देश में इसकी वैक्सीन की उपलब्धता और लक्षणों का पता लगाने के बारे में कोई जागरूकता नहीं है। वहीं अन्य देशों ने इसे अपने टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा बनाया है।’ ये यात्री नेपाल, चीन, तिब्बत से होते हुए 27 सितंबर को देश के सबसे लंबे ट्रांस-साइबेरियन राजमार्ग में से एक के माध्यम से रूसी बंदरगाह शहर में पहुंचेंगे।

कैसे होगा बचाव
सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए महिलाओं को नियमित रूप से अपना चेकअप करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें हर तीन साल पर पैप स्मीयर टेस्ट कराना चाहिए। एचपीवी वायरस से बचने के लिए टीके लगवाए। सिगरेट से दूर रहें और फिजिकल रिलेशन बनाते वक्त सुरक्षा का इस्तेमाल करें। पेडू के दर्द को नजरअंदाज ना करें।

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