वीडियोकॉन लोन मामला: CBI हिरासत में लिए गए चंदा कोचर के देवर, पूछताछ जारी

नई दिल्ली: आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर को मुंबई हवाई अड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया और सीबीआई को सौंप दिया. वह किसी दक्षिणपूर्व एशियाई देश के लिए जाने वाले थे.

सीबीआई राजीव कोचर से वीडियोकॉन समूह को बैंक द्वारा दिए गए कर्ज के संबंध में पूछताछ कर रही है. अधिकारियों ने बताया कि कोचर को अधिकारियों ने मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर देश से बाहर जाने से रोक लिया. सीबीआई ने उनके खिलाफ निगरानी नोटिस जारी किया हुआ है. कोचर को सीबीआई की टीम को सौंप दिया गया है जो उनसे पूछताछ कर रही है. 

सीबीआई ने इस मामले में अपनी शुरुआती जांच के सिलसिले में पहले ही ICICI बैंक के कई अधिकारियों से पूछताछ की है. आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकॉन समूह को 2012 में 3,250 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था. सीबीआई इस बात की जांच कर रही है कि इस कर्ज में किसी तरह का लेनदेन तो नहीं हुआ है. एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि वे इस लेनदेन से संबंधित दस्तावेजों का अध्ययन कर रहे हैं. यदि किसी तरह की गड़बड़ी के प्रमाण मिलते हैं तो आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और अन्य लोगों को विस्तृत पूछताछ के लिए समन किया जा सकता है.

उन्होंने बताया कि 3,250 करोड़ रुपये के ऋण आवेदन की जांच करने वाले नोडल अधिकारियों से पूछताछ की है. शुरुआती जांच (पीई) के तहत उनका बयान दर्ज किया गया है. सीबीआई ने पीई छह सप्ताह पहले दर्ज की थी. पीई में वीडियोकॉन समूह के प्रवर्तक वेणुगोपाल धूत, दीपक कोचर और अज्ञात लोगों के नाम हैं. एजेंसी किसी आपराधिक मामले की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज करने से पहले पीई दायर करती है.

यह मामला हाल में चर्चा में आया है. धूत के न्यूपावर रीन्यूएबल के साथ कथित लेनदेन को लेकर इस मामले की जांच हो रही है. न्यूपावर रीन्यूएबल का गठन दीपक कोचर ने किया था. पिछले सप्ताह आईसीआईसीआई बैंक के निदेशक मंडल ने चंदा कोचर के प्रति पूरा भरोसा जताया था.

 

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