सुनवाई से पहले बोले आचार्य सतेंद्र दास, ‘सुलह से अयोध्या मसले का हल संभव नहीं’

 अयोध्या मसले में जल्द सुनवाई की मांग वाली अर्जी पर आज (11 जुलाई) को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. सुनवाई से पूर्व श्री रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से आशा है कि याचिका की सुनवाई में प्रतिदिन सुनने का आदेश दें. उन्होंने कहा कि संतों की सुप्रीम कोर्ट से अपेक्षा है कि जल्द सुनवाई कर अपना निर्णय दें.

श्री रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास ने कहा देश चाहता है कि श्री रामलला टेंट से भव्य मंदिर में विराजे. राम भक्तों में राम मंदिर के लिए व्याकुलता है. उन्होंने कहा कि सुलह से अयोध्या मसला का हल संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर सुलह से ये सब संभव हो जाता, तो मंदिर में रामलला  विराज चुके होते, इसलिए अब सुप्रीम कोर्ट को अपना फैसला सुना देना चाहिए.

आपको बता दें कि चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संविधान पीठ आज (11 जुलाई) को सुबह 10:30 बजे सुनवाई शुरू करेगी. दरअसल, हिन्दू पक्षकार गोपाल सिंह विशारद ने मध्यस्थता में कोई ठोस प्रगति न होने की बात कहते हुए कोर्ट से मुख्य मामले पर जल्द सुनवाई की मांग की है. पिछली सुनवाई में कमेटी ने मध्यस्थता प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त समय की मांग की थी. कोर्ट ने कमेटी को 15 अगस्त तक का समय दिया था.

8 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व जज एफएम कलीफुल्ला, धर्म गुरु श्रीश्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचु को मध्यस्थ नियुक्त किया था. कोर्ट ने सभी पक्षों से बात कर मसले का सर्वमान्य हल निकालने की कोशिश करने को कहा था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पैनल 4 हफ्ते में मध्यस्थता के जरिए विवाद निपटाने की प्रक्रिया शुरू करने के साथ 8 हफ्ते में यह प्रक्रिया खत्म हो.

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