मंत्री जी डीएम के साथ करते रहे उद्घाटन, जम कर उड़ता रहा कानून का माखौल 

— मंत्री और डीएम के सामने कानून की उड़ती रही धज्जियाँ 

— संविधान में मंत्री और डीएम के लिए क्या अलग है कानून !

एंकर — “एक साल नई  मिसाल” जी हाँ यूपी सरकार  के एक साल  पूरे  होने पर जिला मुख्यालय पर  एक साल नई  मिसाल कार्यक्रम  आयोजन किया गया ,लेकिन इस प्रोग्राम में मिसाल कैसी पेश की गयी ये ज़रूर देखिये |

वीओ — सरकार के एक साल पूरे होने पर प्रभारी मंत्री  अनिल राजभर ने डीएम पुलकित खरे के साथ कई कार्यक्रमों में रिबन काट कर हरी झंडी दिखाई , लेकिन सरकार के इस कार्यक्रम बीच ज़िम्मेदार कानून ही भूल गए और इन ज़िम्मेदारो के सामने जम कर कानून  मखौल उड़ाया गया | 

वीओ — तस्वीरो में साफ देखा जा सकता है कि  स्वक्षता की अलख जगाने  लिए की इन स्वक्षता रथ को मंत्री अनिल राजभर और डीएम पुलकित खरे  हरी झंडी दिखा रहे है लेकिन इन वाहनों के द्वारा किस तरह तेज़ गति के साउंड का इस्तेमाल किया  जा रहा है इस पर किसी ने अंकुश नहीं लगया जबकि माननीय न्यायलय की तरफ से सख्त  गए है |

कानून की धज्जियाँ सिर्फ यही नहीं उडी बल्कि रथ पर सवार प्रत्येक चालक कोई भी सीट  लगाए था , सवाल ये की जिन रथ को स्वयं मंत्री और डीएम हरी झंडी दिखा रहे हो जो खुद कानून  पाठ पढ़ाने वाले है उनके सामने ही कानून की धज्ज्जियाँ उड़ाई जाती रहे और वो मूकदर्शक बने झंडी दिखा रहे हो ऐसे में कानून का पालन कैसे हो|  ये सवाल ज़रूर बड़ा बना हुआ है !

हालाँकि इस बीच मंत्री जी और डीएम साहब का काफिला जब गुज़रा जिनमे दोनों ही लोग सवार थे उन गाड़ियों के चालक भी सीट बेल्ट नहीं लगाए थे , जब  कानून का पाठ पढ़ाने वाले ही कानून का मज़ाक बनाये हुए है  तो एक आम व्यक्ति से क्या कल्पना की जाए ये समझना कठिन नहीं है.

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