मंदिर के अंदर भूलकर भी ना करे ये 5 चीजें. लगेगा घोर पाप

दोस्तों मंदिर की गिनती दुनियां की सबसे पवित्र जगहों में की जाती हैं. चुकी मंदिर के अन्दर भगवान निवास करते हैं इसलिए इस मंदिर में आने जाने और वहां व्यवहार करने के कुछ नियम कायदे बनाए गए. हर व्यक्ति को इन नियम कायदा का पालन अवश्य करना चाहिए. लेकिन इसके बाद भी कुछ व्यक्ति ऐसी भी होते हैं जो जाने अनजाने में इन नियमो की अवहेलना कर देते हैं और पाप के भागीदार बन जाते हैं. ऐसे में उन्ह लोगो को हर हाल में अपने पर काबू रख कुछ ख़ास चीजों को मंदिर में भूलकर भी नहीं करना चाहिए. आज हम ऐसी ही 5 चीजों के बारे में विस्तार से जानेंगे.

भूलकर भी मंदिर में ना करे ये 5 काम

1. नशा: मंदिर को एक पवित्र और शुद्ध स्थान माना जाता हैं. ऐसे में आपको मंदिर के अन्दर किसी भी नशे का सेवन नहीं करना चाहिए. कुछ लोग शराब के नशे में मंदिर भी चले जाते हैं. कई जगहों पर तो ये भी देखा गया हैं कि लोग मंदिर के बाहर या अंदर ग्रुप बना कर बैठ जाते हैं और वहां पर धूम्रपान, तंबाकू, शराब जैसी चीजों का सेवन करते हैं. इस तरह की हरकतें छोटे मंदिरों में अधिक देखने को मिलती हैं. यहाँ कुछ आवारा लोग ग्रुप बना कर रात में बैठ जाते हैं और गपसप या सट्टा खेलते हुए इन नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं.

2. अपशब्द का प्रयोग: मंदिर में हमेशा सकारात्मक माहोल होता हैं. बहुत से लोग तो मंदिर सिर्फ इसलिए जाते हैं क्योंकि उन्हें वहां एक शुकून और शान्ति का अनुभव होता हैं. ऐसे में जब आप मंदिर में जाते हैं और आपस में बातचीत में या फोन पर यदि अपशब्द का प्रयोग कर देते हैं तो वहां नकारात्मक उर्जा फैलने लगती हैं. भगवान को अपने मंदिर में नकारात्मक उर्जा फैलाने वाले व्यक्ति बिलकुल नहीं पसंद हैं. ऐसे में आप ऐसा काम कर घोर पाप के हकदार बन सकते हैं.

3. लड़ाई झगड़ा: कुछ लोग अपने आदत से मजबूर होते हैं और हर कही लड़ाई झगड़ा शुरू कर देते हैं. कुछ ऐसे भी होते हैं जिन्हें बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता हैं. ऐसे में ये मंदिर जैसी जगह पर भी अपने गुस्से को कंट्रोल में नहीं रख पाते हैं और कई बार लड़ाई झगड़ा या हाथ पाई पर उतर आते हैं. मंदिर के अन्दर इस तरह की हरकते करना घोर पाप की श्रेणी में आता हैं. मंदिर एक शान्तिप्रिय स्थान हैं. ऐसे में वहां अपने गुस्से पर कंट्रोल रखे और लड़ाई झगड़े की नौबत ना आने दे.

4. औरतों पर बुरी नज़र: कुछ लोग इतने ज्यादा ठरकी होते हैं कि मंदिर जैसी जगह पर भी वे महिलाओं को गलत नज़र से देखते हैं. जो व्यक्ति मंदिर के अन्दर महिलाओं को देख मन में गलत विचार लाता हैं वो महापाप का भागीदार होता हैं. इसलिए मंदिर के अन्दर व्यक्ति को अपनी वासनाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए.

5. चोरी: मंदिर के अन्दर भूलकर भी किसी चीज की चोरी ना करे. फिर वो भगवान की दान पेटी में रखे पैसे हो या मंदिर में आए किसी व्यक्ति की जेब में रखे पैसे हो. मंदिर के अन्दर चोरी करना या इस तरह का ख्याल भी लाना गलत होता हैं.

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