कॉमेडियन सिद्धार्थ सागर को घरवाले देते थे ड्रग्स, मां और उनके ब्वॉयफ्रेंड पर लगाए चौंकाने वाले आरोप

 ‘द कपिल शर्मा शो’में अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों को गुदगुदाने वाले कॉमेडियन सिद्धार्थ सागर पिछले चार महीनों से लापता थे. उनके एक दोस्त के खुलासे के बाद ये बात सुर्खियों में आई. इससे पहले लोगों को सिद्धार्थ के बारे में लापता होने की कोई जानकारी नहीं थी. सिद्धार्थ ने अपनी इस हालत का जिम्मेदार अपने परिवारवालों को बताया है.

सिद्धार्थ ने बताया, उन्हें उनकी फैमिली ने ही हैरस किया है. खबर फैलने के बाद अब सिद्धार्थ ने खुद सामने आकर अपना एक वीडियो शेयर किया है.जिसमें उन्होंने बताया कि ‘मैं अभी बहुत परेशानी से गुज़रा हूं, मेरी फैमिली के खिलाफ मैंने शिकायत की थी जिनकी वजह से मानसिक रूप से मैं बहुत परेशान रहा. मैं फिलहाल जिस जगह पर हूं. यहां सेफ हूं और इन सबने मुझे काफी सपोर्ट किया है. सिद्धार्थ ने टाइम्स ऑफ इंडिया से विस्तार में अपने बुरे हालातों के बारे में बात की है. साथ ही ये भी कहा है वे जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेस करके अपना दर्द मीडिया के सामने रखेंगे और बताएंगे की आखिर हुआ क्या है.सिद्धार्थ ने अखबार से बातचीत के दौरान बताया कि हालांकि ये मेरी फैमिली प्रॉब्लम है इसे बाहर नहीं आना चाहिए लेकिन मेरे पास और कोई चारा नहीं है. सिद्धार्थ ने कहा, मेरे माता-पिता करीबन 20 साल पहले ही अलग हो गए थे. उस वक्त मैं बहुत छोटा था. मेरे पिता अक्सर घर पर आया करते थे और रुकते भी थे उस वक्त मेरा करियर ठीक चल रहा था. साल 2013-14 में जब मेरे दोस्त बनने लगे तो मेरी मां में एक असुरक्षा का डर बैठ गया. फिर मुझे मेरे स्पिरिचुअल गुरु से पता चला कि मेरी मां की जिंदगी में कोई और शख्स है. मुझे इस बात की खुशी हुई लेकिन यही से बात बिगड़नी शुरू हुई थी.

right now im in safe hands …will update you guys in 2-3days

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सिद्धार्थ ने बताया, धीरे-धीरे वो बहुत आलसी और सुस्त होते जा रहे थे. मैं अपने काम पर भी फोकस नहीं कर पा रहा था. मुझे बहुत नींद आने लगी थी. मैं खुद को जगाए रखने के लिए बहुत ज्यादा कॉफी पीने लगा था. मुझे डिप्रेशन फील हो रहा था. मैं हकलाने तक लगा था. जब अपनी मां को ये बातें बताई तो पता चला कि मुझे बाइपोलर दवाएं दी जा रही हैं. मुझे ये दवाइयां खाने में दी जाती थीं. जब मुझे इस बात का पता चला तो मैं हैरान हो गया. मुझे कुछ समझ नहीं आया. बाद में मुझे पता चला वह जिस वो जिस इंसान के साथ वह रिलेशनशिप में थीं वह 80-90 लाख रुपए लेकर भाग गया. उन्होंने मुझे तब तक यह बात नहीं बताई जब तक यह समस्या सामने नहीं आ गई. मैं उस वक्त टूट गया था.

उसके बाद मैं नशा करने लगा. लेकिन फिर अहसास हुआ ये रास्ता ठीक नहीं है. मैंने मां को नशामुक्ति केंद्र में भर्ती करवाने को कहा लेकिन मेरी तबीयत बिगड़ती ही गई. बाद में मेरे मैनेजर ने मुझे बाहर निकाला. मेरी मां के ब्वॉयफ्रैंड से लगातार लड़ाई हो रही थी. मैंने उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई. लेकिन इन लोगों ने मुझे जबरदस्ती पागलखाने भिजवा दिया. फिर वहां का खर्चा नहीं उठा पाने के बाद मुझे एक एनजीओ में भर्ती करवा दिया. बस यहीं उन्होंने एक गलती कर दी. एनजीओ वाले समझ गए कि दाल में कुछ काला है. वहां के लोगों ने मेरा ठीक से ट्रीटमेंट किया और अब मेरी हालत में सुधार है. मैं अपने परिवार से दूर रहना चाहता हूं. मैं भावनात्मक रूप से बहुत बिखर गया हूं लेकिन फिर से अपनी जिंदगी में लौटना चाहता हूं.

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