CBSE पेपर लीक में 2 टीचर सहित तीन गिरफ्तार, गूगल ने भी दिया जवाब

नई दिल्ली. सीबीएसई पेपर लीक मामले में क्राइम ब्रांच ने टीचर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों टीचर बाहरी दिल्ली के हैं. जानकारी मिली है कि पेपर एग्जाम के आधे घंटे पहले प्रिंटेड फॉर्म में लीक हुआ था. गिरफ्तार लोगों में ऋषभ और रोहति स्कूल में टीचर हैं. वहीं, तौकीर ट्यूशन टीचर है.

वहीं, दूसरी तरफ पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस को गूगल से जवाब मिल गया है. इससे उस ईमेल आईडी की भी पहचान हो गई, जिससे सीबीएसई अध्यक्ष को 10वीं कक्षा के गणित के पेपर लीक होने के बारे में एक मेल भेजा गया था. जांच से जुड़े एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि कक्षा 10वीं के एक छात्र को गणित का पेपर वाट्सऐप पर मिला था. उसने सीबीएसई अध्यक्ष को मेल भेजने के लिए अपने पिता की ईमेल आईडी का इस्तेमाल किया. उन्होंने बताया कि छात्र और उसके पिता से पूछताछ की जा रही है.

अधिकारियों ने ये कहा

इससे पहले पुलिस के विशेष आयुक्त (अपराध) आर पी उपाध्याय ने कहा कि पुलिस ने ईमेल आईडी के बारे में जो जानकारी मांगी थी, उसके बारे में जवाब उसे गूगल से मिल गया है. पुलिस ने बताया कि बोर्ड अधिकारियों से बातचीत करने के लिए अपराध शाखा की एक टीम शाम में पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार स्थित सीबीएसई कार्यालय पहुंची. पुलिस ने बताया कि वहां सीबीएसई अध्यक्ष अनीता करवाल भी मौजूद थीं. अपराध शाखा की इस टीम में संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार और उपायुक्त( अपराध) जी गोपाल नायक शामिल थे.

अधिकारियों से हुई बातचीत

कुमार ने कहा कि वे बोर्ड अधिकारियों से परीक्षा प्रक्रिया के बारे में जानकारी चाहते थे. उन्होंने कहा कि इससे पहले सीबीएसई के तीन अधिकारियों से बातचीत हुई थी. पुलिस ने बोर्ड से उन शिकायतों की सूची तैयार करने के लिए कहा था जो उसे पेपर लीक मामले में मिले हैं. पुलिस यह पता लगाने के लिए इन शिकायतों का विश्लेषण करने का प्रयास कर रही है कि क्या वे शरारत थी या इनमें कोई सच्चाई थी.

पुलिस की जांच जारी

इस बीच, पुलिस ने पेपर लीक मामले में अपनी जांच जारी रखी है और इस संबंध में पुलिस अधिकारियों ने बाहरी दिल्ली के कई स्कूलों और कोचिंग सेंटरों पर पहुंच कर पूछताछ की. अधिकारी ने बताया कि अभी तक 60 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है. इसमें 53 छात्र शामिल हैं. लेकिन मामले में कोई ‘बड़ी सफलता’ हासिल नहीं हुई है.पुलिस पेपर लीक के सिलसिले में छह वाट्सऐप ग्रुप की भी जांच कर रही है.  इस बीच, मामले की जांच कर रही एसआईटी में दो और सहायक पुलिस आयुक्तों को शामिल करके उसे और मजबूत बनाया गया है.

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