INX मीडिया केस: 13 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजे गए पीटर मुखर्जी

आईएनएक्स मीडिया समूह घूस मामले में आरोपी पीटर मुखर्जी को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 13 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। यह मामला मीडिया समूह में विदेशी निवेश की अनुमति दिलाने के लिये घूस मांगने व लेने से जुड़ा हुआ है। इस मामले में पीटर की पत्नी इंद्राणी मुखर्जी व कांग्रेसी नेता पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी आरोपी हैं। कार्ति को सीबीआई के केस में 23 मार्च को हाईकोर्ट ने जमानत दे दी गई थी। 

पीटर को आगे की सुनवाई वीडियो कॉन्प्रेंसिंग के जरिए होगी। सीबीआई का कहना है कि पीटर जांचकर्ताओं के साथ जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसलिए सीबीआई कार्ति या उनके सीए के सामने उनका आमना-सामना नहीं करवा पा रही है। अगली तारीखों पर मुंबई की जेल से वीडियो कॉन्प्रेंसिंग के जरिए उनकी पेशी होगी। सीबीआई ने इस मामले में पीटर को कोर्ट में औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया था। मुखर्जी को प्रोडक्शन वारंट पर मुंबई की जेल से लाकर पेश किया गया था। जहां वह अपनी बेटी शीना बोरा मर्डर केस में पहले से ही बंद है।

सीबीआई ने मीडिया समूह में विदेशी निवेश के लिये विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड (एफआईपीबी) की अनुमति दिलाने में भ्रष्टाचार की जांच के लिये दर्ज किया था। एजेंसी के मुताबिक मीडिया समूह में विदेश निवेश की अनुमति दिलाने के लिये कार्ति चिदंबरम ने दस लाख डॉलर की घूस मांगी थी। सीबीआई के मुकदमे के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिंग का मुकदमा संबंधित कानून में दर्ज किया था।

बता दें कि इस मामले में सीबीआई ने कार्ति का आमना-सामना पीटर और इंद्राणी से करवा चुकी है। इस दौरान कार्ति से भी पूछताछ की गई थी। घंटों चली मुलाकात के बाद कार्ति चिदंबरम ने कहा था कि उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा था कि मेरे खिलाफ चल रही कार्रवाई पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है। बता दें कि जब कार्ति को सीबीआई मुंबई लेकर पहुंची तो वह चुपचाप बायाकुला जेल चले गए, लेकिन जब वह बाहर आए तो बहुत खुश नजर आए थे।

 
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