प्रभु यीशु के बलिदान को किया याद

वाराणसी : मसीही समाज ने शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया। इसी दिन प्रभु यीशु ने मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया था। गुड फ्राइडे ईस्टर से पहले वाले शुक्रवार को मनाया जाता है। वर्षो पहले मानवता के दुश्मनों ने प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाया था। दुनिया को प्रेम और करुणा का संदेश देने वाले प्रभु यीशु को मिली उस यातना को हर किसी ने महसूस किया। इस दौरान गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। अलग-अलग गिरजाघरों में आयोजित प्रार्थना सभा में पादरियों ने यीशु को सूली पर चढ़ाए जाने के दौरान उनके द्वारा दिये गए सात वचनों का संदेश सुनाया। इस घटना के तीन दिन बाद रविवार को प्रभु यीशु जी उठे थे। इस समूची घटना को याद करते हुए मसीही समुदाय के लोग रविवार को प्रभु के जी उठने की खुशिया मनाएंगे। इस दौरान गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा का भी आयोजन होगा। लोग एक दूसरे को ईस्टर बन खिलाकर शुभकामनाएं देंगे। साथ ही गिरजाघर को आकर्षक रूप से सजाया भी जाएगा। भोर में लोग अपने हाथों में कैंडल लेकर गीत गाते हुए चर्च पहुंचेंगे।

 छावनी क्षेत्र स्थित सेंट मेरीज चर्च में हजारों वर्ष पहले हुई इस क्रूर घटना को याद करते हुए क्रूस यात्रा निकाली गई। लोगों ने प्रभु यीशु को क्रूस पर लटकाए जाने के दौरान दी गई यातनाओं को शिद्दत से महसूस किया। इस दौरान विशेष भक्ति गीत गाए गए। सेंट मेरीज चर्च में फादर यूजीन जोसफ, लाल गिरजाघर में रेव्ह. संजय दान, सेंट पॉल चर्च सिगरा में रेव्ह. सैम जोशुआ सिंह, सेंट थॉमस चर्च गोदौलिया में रेव्ह न्यूटन स्टीफंस, बेथेल फुल गॉस्पल चर्च महमूरगंज में रेव्ह अरविंद थॉमस, चर्च ऑफ बनारस में रेव्ह बेन जॉन, सीएनआइ तेलियाबाग चर्च में रेव्ह आदित्य कुमार व ईसीआइ चर्च में रेव्ह नवीन जॉय की अगुआई में प्रार्थना सभाएं संपन्न हुई।
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