परिणाम संशोधित होने से पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा टलने के अासार

इलाहाबाद (जेएनएन)। इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद उप्र लोक सेवा आयोग की ओर से 17 मई को होने वाली पीसीएस (मुख्य) परीक्षा 2017 टलने के पूरे आसार हैं। पहले तो प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी करने में लेटलतीफी हुई, इसके बाद 17 मार्च को प्रस्तावित मुख्य परीक्षा में बदलाव कर इसे 17 मई 2018 किया गया। अब आयोग के सामने यह संकट आ गया है कि वह हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन करने के क्रम में मुख्य परीक्षा कब और कैसे कराए। ऐसे संकेत हैं कि परिणाम संशोधित होने से परीक्षा टलेगी।

राज्य में पीसीएस के कुल रिक्त 677 पदों पर भर्ती के लिए आयोग ने 2017 सत्र की प्रारंभिक परीक्षा 24 सितंबर 2017 को प्रदेश के 21 जिलों में कराई थी। इसकी पहली उत्तर कुंजी जारी कर अभ्यर्थियों से आपत्तियां मांगी गईं। कई प्रश्नों और उत्तरों पर मिली आपत्तियों के निस्तारण और कुछ अभ्यर्थियों के आवेदन में प्रविष्टियों में त्रुटियां सुधारने के चलते प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम लिखित परीक्षा की तारीख से 54 दिनों बाद यानि 19 जनवरी 2018 को जारी किया गया। इसमें मुख्य परीक्षा के लिए 14032 अभ्यर्थी उत्तीर्ण पाए गए। इसके साथ ही संशोधित उत्तर कुंजी भी जारी की गई। कई अभ्यर्थियों ने इस उत्तर कुंजी पर भी आपत्ति जताते हुए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की।

 उधर, आयोग ने मुख्य परीक्षा के लिए घोषित 17 मार्च 2018 की तारीख में बदलाव करते हुए इसे 17 मई घोषित किया। शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट से पीसीएस 2017 की प्रारंभिक परीक्षा परिणाम में संशोधन के हुए आदेश के बाद 17 मई को भी मुख्य परीक्षा पर संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आयोग के सामने यह संकट होगा कि परिणाम संशोधित करने में कई दिन लग जाएंगे वहीं, सफल अभ्यर्थियों की सूची में भी बदलाव होना तय है।

ऐसे में मुख्य परीक्षा की तैयारी से पहले आयोग के लिए भी परीक्षा की घड़ी है कि अभ्यर्थियों के हित और उनकी संतुष्टि के मद्देनजर कौन सा कदम उठाए। आयोग सचिव जगदीश का कहना है कि उन्हें अभी कोर्ट का आदेश नहीं मिला है। उसे आयोग के समक्ष रखा जाएगा और जो निर्णय होगा उसे लागू करेंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि मुख्य परीक्षा टलने की स्थिति बन रही है।

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