दुष्कर्म मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए महागठबंधन प्रत्याशी पहुंचे सुप्रीम कोर्ट

दुष्कर्म मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए मऊ जिले के घोसी लोकसभा क्षेत्र से सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी अतुल राय ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. अतुल राय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर 23 मई तक गिरफ्तारी पर रोक की मांग की है.अतुल राय की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट की ग्रीष्मकालीन पीठ शुक्रवार को सुनवाई करेगी.

इससे पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था. दरअसल, अतुल राय पर एक कॉलेज की छात्रा ने अपहरण व ज्यादती का आरोप लगाया था. एक सप्ताह पहले डीजीपी ओपी सिंह के आदेश पर अतुल राय पर वाराणसी के लंका थाने में दर्ज किया गया था.मामला दर्ज होने के बाद अतुल राय ने गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट का रुख किया था, लेकिन हाईकोर्ट से उन्हें राहत नहीं दी थी.

आपको बता दें कि घोसी से गठबंधन उम्मीदवार अतुल राय पूर्वांचल के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के करीबी हैं.भाजपा ने अतुल राय के सामने हरिनारायण राजभर को टिकट दिया था.हरिनारायण ने 2014 में यहां से भाजपा का खाता खोला था.अतुल राय 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में गाजीपुर की जमनिया सीट से बसपा के प्रत्याशी थे.उधर,युवती ने बताया था कि, 2015 से वह बनारस में यूपी कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी.कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव के दौरान गाजीपुर के अतुल राय से मुलाकात हुई थी. मार्च 2018 में पत्नी से मिलवाने के नाम पर लंका थाना स्थित एक फ्लैट में ले गया.रात में बंदूक धारियों के दम पर ज्यादती की थी.पिता की मौत हो चुकी है. तंग आकर इसकी करतूतों को फेसबुक के माध्यम से सबको बताना पड़ा था.

क्या है पूरा मामला
बलिया की रहने वाली एक युवती ने डीजीपी को पत्र लिखा था कि, अतुल राय घोसी लोकसभा का बसपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी राम बनकर घूम रहा हैं, असल में वो रावण है. देश की सबसे पवित्र कुर्सी के लिए लड़ रहा है, इसका खुलासा होना जरूरी है. युवती ने ज्यादती, छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए.युवती ने फेसबुक पर वीडियो पोस्ट कर मदद की गुहार लगायी थी. युवती का कहना था कि अतुल राय ने उसकी मां और छोटे भाई को किडनैप कर लिया.साथ ही वीडियो को डिलीट करने की धमकी दी थी. ऐसा न करने पर जान से मारने की भी धमकी दी थी.

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