शून्य डिग्री सेल्सियस के बीच कई श्रद्धालु नंगे पांव केदारनाथ पहुंच रहे हैं

श्रद्धालुओं की आस्था के आगे हिमालय की चुनौतियां भी बौनी साबित हो रही हैं। शायद यही वजह है कि शून्य डिग्री सेल्सियस के बीच कई श्रद्धालु नंगे पांव केदारनाथ पहुंच रहे हैं तो कुछ बिना गरम कपड़ों के आ रहे हैं। प्रशासन की टीम यात्रियों को समझाबुझा कर नंगे पांव चलने से रोक रही है। ऐसे यात्रियों को निश्शुल्क स्वेटर और जूते भी दिए जा रहे हैं।  

केदारनाथ में इन दिनों कई जगह भारी मात्रा में बर्फ जमा है। पैदल मार्ग पर स्थित पड़ाव भीमबली से लिनचौली के बीच कई स्थानों पर बर्फ काटकर बीच से रास्ता बनाया गया है। बीते दो दिन से धाम में बर्फबारी हुई है तो निचले इलाकों में बारिश भी हो रही है। इससे मौसम काफी सर्द है। ऐसे में नंगे पांव चलना यात्रियों की जिंदगी को संकट में भी डाल सकता है। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि पड़ावों पर पुलिस, प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ऐसे यात्रियों काउंसिलिंग भी कर रही है।

जो यात्री बिना गरम कपड़ों के पहुंच रहे हैं, उन्हें गरम कपड़े भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न राज्यों से आने वाले कई यात्रियों को केदारनाथ के मौसम और भूगोल की भी जानकारी नहीं होती। इसीलिए प्रशासन ने एडवाइजरी भी जारी की है और पड़ावों पर भी यात्रियों को जानकारी दी जा रही है। डीएम ने बताया कि यात्रा मार्ग पर तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट को जिम्मेदारी दी गई है कि ऐसे यात्रियों पर नजर रखें।

दिल्ली के द्वारिका निवासी सत्तर वर्षीय शिक्षक सुरेश गढ़पति ने बताया कि उन्हें केदारनाथ के मौसम का एहसास नहीं था। इसलिए वह गरम कपड़े साथ नहीं लाए।

गौरीकुंड में पुलिस ने उन्हें स्वेटर दी। उन्होंने बताया कि पुलिस बारिश से बचने के छाता भी दे रही है। गुजरात के अहमदाबाद के 73 वर्षीय साधु भाई कहते हैं कि ‘बाबा केदार में मेरी अगाध आस्था है। इसलिए मैं नंगे पांव केदारनाथ जा रहा था, लेकिन पुलिस टीम ने मुझे जूते दिए और मौसम के बारे में भी जानकारी दी।

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