रामविलास पासवान पर पलटवार राबड़ी देवी का, कहा-‘लालू जी अपनी करनी का फल भोग रहे हैं’

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान पर पलटवार करते हुए कहा है कि पासवानजी ठीक ही कह रहे है ‘लालू जी अपनी करनी का फल भोग रहे हैं’। लालू प्रसाद ने सचमुच वर्ष 2010 में उन्हें राज्यसभा भेजकर बड़ी भूल की थी। अगर वह ऐसा नहीं करते तो लोजपा प्रमुख की राजनीति वहीं खत्म थी।

लगातार किये गये कई ट्वीट के माध्यम से उन्होंने कहा है कि श्री पासवान आज भले बोल रहे हैं लेकिन उस समय तो दिल्ली में मकान छिन जाने की बात कह राज्यसभा भेजने के लिए लालू प्रसाद के पास गिड़गिड़ा रहे थे। उन्होंने लोजपा प्रमुख को सलाह दी है कि वह अपनी जमीर भाजपा वालों के पास गिरवी न रखें। लालू प्रसाद ने उनके साथ नीतीश कुमार जैसे लोगों को भी सियासी जीवनदान दिया है। यह काम कोई बड़े दिलवाला ही कर सकता है।

इनके जैसे लोगों के वश में यह है भी नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि रामविलास पासवान और नीतीश कुमार जैसे लोग आरएसएस का कहा मान रहे हैं। कहीं भी फंसते हैं तो लालू नाम का जाप करने में लग जाते है। मोदी, नीतीश, रामविलास जैसे सब लोग मिलकर लालू को नहीं झुका पाए तो अब 29 बरस के बेटा तेजस्वी के पीछे पड़ गये हैं। जनता इनको दौड़ाएगी।

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि लालू प्रसाद की परेशानी के लिए राहुल गांधी खुद जिम्मेवार हैं। दो साल से अधिक के सजायफ्ता को चुनाव लड़ने से सुप्रीम कोर्ट के रोक से संबंधित आदेश को निरस्त करने के लिए मनमोहन सिंह सरकार के अध्यादेश को राहुल गांधी ने ही फाड़ दिया था। इसके कारण ही लालू प्रसाद लोकसभा की कौन कहे, मुखिया तक का भी चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।

शनिवार को जारी बयान में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लालू प्रसाद को चारा घोटाले के चार मामले में अब तक कुल 27 साल की सजा मिल चुकी है। लालू प्रसाद और उनके परिवार के लिए आंसू बहाने वाले राहुल गांधी को बताना चाहिए कि जब केन्द्र में कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए की 10 वर्षों तक सरकार रही, पहले 5 साल लालू प्रसाद उस सरकार में रेल मंत्री रहे, दूसरे 5 साल सरकार को समर्थन देते रहे तो उनके सारे मुकदमों को वापस क्यों नहीं लिया गया।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लालू प्रसाद पर जब चारा घोटाले के मुकदमे हुए और जब पहली सजा हुई तो क्या केन्द्र में अटल जी की सरकार थी? .

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