दक्षिण दिल्ली सीट पर नामांकन से पहले बॉक्सर बिजेंद्र ने कहा- जुमलों से पेट नहीं भरता युवा रोजगार चाहता है…

 दिल्ली की दक्षिण दिल्ली लोकसभा (South Delhi Lok Sabha) सीट के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार बॉक्सर बिजेंद्र सिंह (Boxer Vijender Singh) ने नामांकन से पहले भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे कहीं भी मोदी लहर नहीं दिखाई दे रही है। जनता असली चेहरे का पहचान चुकी है। युवा रोजगार चाहता है। जुमलों से पेट नहीं भरेगा। खुश हूं कि कांग्रेस ने मुझे इस जिम्मेदारी के लिए चुना है कि मैं लोगों की सेवा कर सकूं। कांग्रेस ने देर रात दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट से बॉक्‍सर बिजेंद्र सिंह को उम्‍मीदवार बनाने का ऐलान किया था।

बॉक्सर बिजेंद्र ने डीएसपी पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस ने चांदनी चौक से जेपी अग्रवाल, उत्तर पूर्वी दिल्ली से शीला दीक्षित, पूर्व दिल्ली से अरविंदर सिंह लवली, नई दिल्ली से अजय माकन, उत्तर पश्चिमी दिल्ली (सुरक्षित) से राजेश लिलोठिया और पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा उम्मीदवार बनाया है।  वहीं, जब इस संबंध में विजेंद्र से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी मामला अंडर प्रोसेस है। पार्टी इस सीट से अपने इकलौते पूर्वांचली नेता महाबल मिश्र को उतार दिया है।दक्षिण दिल्ली सीट पर कांग्रेस पार्टी पहले से ही सेलिब्रिटी उम्मीदवार के तौर पर ओलंपियन सुशील कुमार के साथ-साथ ओलंपियन विजेंद्र के नाम पर भी गंभीरता से विचार किया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पहलवान सुशील कुमार पश्चिमी दिल्ली से ही लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं,  पश्चिमी दिल्ली से आप उम्मीदवार बीएस जाखड़ और भाजपा के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा भी जाट हैं, जबकि सुशील कुमार भी जाट ही हैं। ऐसे में जाट वोट भी आपस में बंट सकता है। इसी समीकरण के तहत पार्टी सुशील को दक्षिणी दिल्ली से लड़वाना चाह रही है, मगर वह राजी नहीं हो रहे। पूर्व सांसद रमेश कुमार के नाम पर इस सीट से पहले ही ना हो चुकी है। वरिष्ठ पार्टी नेता ओमप्रकाश बिधूड़ी भी मना कर चुके हैं, वहीं चतर सिंह के नाम पर सहमति नहीं बन रही है। हरियाणा के रहने वाले व‍िजेंद्र स‍िंह ने 2004 के एथेंस ओलंप‍िक में सबसे पहले भाग ल‍िया था।बतौर मुक्‍केबाज बिजेंद्र ने अब तक बॉक्‍स‍िंग में काफी शानदार प्रदर्शन क‍िया है। उन्होंने की बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। व‍िजेंद्र अब तक कई रजत, कांस्‍य और स्‍वर्ण पदक जीत चुके हैं।

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