विधायकों की मीटिंग में बोलीं मायावती- BJP के खिलाफ सपा-बसपा गठबंधन होकर रहेगा

बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी विधायकों और जोनल कॉआर्डिनेटरों से के साथ बैठक की. ये बैठक करीब बीस मिनट तक चली. उन्होंने पार्टी नेताओं के स्पष्ट संकेत दिया है कि बीजेपी के खिलाफ सपा-बसपा का गठबंधन होकर रहेगा.

राज्यसभा चुनाव में बीएसपी उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर की हार के बाद पार्टी सुप्रीमो मायावती आज अपने वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर रही हैं. ये बैठक आज लखनऊ में शुरू हो गई है.माना जा रहा है कि इस बैठक में मायावती बसपा कॉआर्डिनेटरों से सपा-बसपा गठबंधन को लेकर फीडबैक लेंगी.

बैठक में बसपा के जोनल कोऑर्डिनेटर, पार्टी पदाधिकारी के साथ-साथ विधायक और पूर्व विधायक शामिल हुए . मायावती ने पहले पार्टी विधायकों के साथ बैठक की. 

2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ मुकाबला करने के लिए सपा-बसपा हाथ मिला सकते हैं. उपचुनाव में दोनों सीटों पर साथ आने का फायदा भी मिला है. दोनों पार्टियों के पास अपने-अपने मजबूत वोटबैंक है.ऐसे में सपा-बसपा के बीच गठबंधन होता है तो बीजेपी के लिए 2014 जैसा नतीजा दोहराना एक बड़ी चुनौती होगी.

बता दें कि सपा-बसपा के बीच 23 साल बाद रिश्ते बेहतर हो रहे हैं. हाल ही में फुलपुर-गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में बसपा ने सपा उम्मीदवारों को समर्थन किया था. इसका नतीजा रहा है कि दोनों सीटों पर सपा उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी. इतना ही नहीं बीजेपी के दुर्ग कहे जाने वाले गोरखपुर में बीजेपी 28 साल के बाद लोकसभा का चुनाव हार गई. इसके बाद सपा ने राज्यसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार को समर्थन दिया था, हालांकि बसपा उम्मीदवार जीत नहीं सका.लेकिन इसके बावजूद दोनों दलों ने गठबंधन आगे बढ़ाने का ऐलान किया था.

राज्यसभा चुनाव के बाद माना जा रहा था कि सपा-बसपा की दोस्ती में दरार पड़ जाएगी. लेकिन बसपा मुखिया मायावती ने साफ कर दिया है कि सपा-बसपा के बीच बढ़ती नजदीकियों में किसी तरह की कोई दरार नहीं आएगी. इतना ही नहीं बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा भी सपा के सहयोग को लेकर संतुष्ट नजर आए थे.

E-Paper