UP में 24 घंटे में 6 एनकाउंटर, नोएडा में 1 लाख का इनामी बदमाश ढेर, AK-47 बरामद

यूपी में नॉन स्टॉप एनकाउंटर ने बदमाशों के हौसले पस्त कर दिए हैं. पुलिस की मिशन क्लीन ने बदमाशों की रातों की नींद गायब हो गई. 24 घंटे के अंदर यूपी में एक नहीं 6 एनकाउंटर हुए हैं. नोएडा में हुए एनकाउंटर में 1 लाख का इनामी बदमाश मारा गया है. उसके पास से एके-47 बरामद हुआ है. गाजियाबाद में दो इनामी बदमाश गोली लगने से घायल हो गए.

गाजियाबाद के राजनगर में भी मुठभेड़ में एक बदमाश को गोली लगी है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में पुलिस मुठभेड़ में 1 लाख का इनामी बदमाश ढेर हो गया, तो 25 हजार का इनामी बदमाश घायल हो गया. मुजफ्फरनगर में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ में 10-10 हजार के दो इनामी बदमाशों को गोली लगी है. अलीगढ़ में मुठभेड़ के बाद 6 गिरफ्तार किए गए हैं.

गाजियाबाद में एक ही रात में 2 जगह पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ हुई. एक इंस्पेक्टर और एक सिपाही सहित दो बदमाश अलग-अलग मुठभेड़ों में घायल हैं. सभी घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज किया जा हैं. विजय नगर में पुलिस ने हिस्ट्री शीटर बदमाश को मुठभेड़ के बाद दबोच लिया. वहीं राजनगर एक्सटेंशन वाहन चेकिंग के दौरान मुठभेड़ हो गया.

ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई है. मुठभेड़ में 25 हजार के इनामी बदमाश जितेंदर बुलंदशहर निवासी के पैर में गोली लगने से घायल हो गया, जबकि अंधेरे का फायदा उठाकर एक बदमाश मौके से भागने में सफल रहा. जितेंदर पर लूट, हत्या और चोरी के अभियोग में वांछित चल रहा था. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

मुजफ्फरनगर में पुलिस की फायरिंग में दो शातिर बदमाशों घायल हुए हैं. वहीं एक दरोगा को भी गोली लगी है. तीनो घायलों को उपचार के लिए CHC में भर्ती कराया गया है. शातिर बदमाशों पर लूट, हत्या और डकैती के दर्जनों मामले दर्ज हैं. अलीगढ़ में थाना सिविल लाइन पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान आधा दर्जन से ज्यादा आपराधियों को दबोचा, जबकि 4 फरार हो गए.

11 महीने में करीब 1350 एनकाउंटर

उत्तर प्रदेश पुलिस के मिशन क्लीन से अपराधियों में भय का माहौल है. दहशत में आए क्रिमिनल के सामने दो ही रास्ते हैं या तो वो हथियार डाले या फिर पुलिस की गोली खाने को तैयार रहें. उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले 11 महीने में करीब 1350 एनकाउंटर किए हैं. यानी हर महीने सौ से भी ज़्यादा एनकाउंटर. इस दौरान 3091 वॉन्टेड अपराधी गिरफ्तार किए गए.

5409 अपराधियों ने रद्द कराई जमानत

पुलिस ने 43 अपराधियों को मार गिराया गया. यूपी पुलिस का दावा है कि मरने वालों बदमाशों में 50 फीसदी इनामी अपराधी थे. जिन्हें पुलिस शिद्दत से तलाश रही थी. यूपी पुलिस के इन आंकड़ों ने अपराधियों में इस कदर खौफ भर दिया कि पुलिस एक्शन के डर से पिछले 10 महीने में 5409 अपराधियों ने बाकायदा अदालत से अपनी ज़मानत ही रद्द कराई है.

1982 में हुआ था पहला एनकाउंटर

एनकाउंटर यानी मुठभेड़ शब्द का इस्तेमाल हिंदुस्तान में 20वीं सदी में शुरू हुआ. एनकाउंटर का मतलब बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ होता है. हालांकि बहुत से लोग एनकाउंटर को सरकारी कत्ल भी कहते हैं. हिंदुस्तान में पहला एनकाउंटर 11 जनवरी 1982 को मुंबई के वडाला कॉलेज में हुआ था. मुंबई पुलिस ने गैंगस्टर मान्या सुरवे को छह गोलियां मारी थी.

यूपी में 455 फर्जी एनकाउंटर

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक जनवरी 2005 से लेकर 31 अक्टूबर 2017 तक यानी पिछले 12 सालों में देश भर में 1241 फर्जी एनकाउंटर के मामले सामने आए. इनमें से अकेले 455 मामले यूपी पुलिस के खिलाफ़ थे. मानवाधिकार आयोग के मुताबिक इन्हीं 12 सालों में यूपी पुलिस की हिरासत में 492 लोगों की भी मौत हुई.

E-Paper