“एक हाथ मे कुरान, दूसरे हाथ मे कम्प्यूटर” प्रधानमंत्री की योजना का किया जाएगा सफ़ल प्रयास

सिधौली(सीतापुर): रविवार का दिन बाड़ी की जनता के लिए अच्छी ख़बर लेकर आया इसी दिन ऐतेहासिक भूमि (नरोत्तमदास की जनस्थली) बाड़ी में ‘मदरसा सेक्रेड एकेडमी’ की बुनियाद रखी गई। इस मदरसे की विशेष बात यह हैं कि इस मदरसे में उर्दू, अरबी के साथ-साथ मार्डन एजुकेशन की तर्ज़ पर कम्प्यूटर कोर्स, एमबीबीएस, इंजीनियरिंग, आइपीएस, आईएएस सहित अनेक कम्पटीशन क्लासेज भी चलाये जाएंगे। ‘मदरसा सेक्रेड एकेडमी’ में पढ़ने वाले बच्चे बच्चियों के लिए हॉस्टल औऱ उसमें खाने-पीने का माकूल इंतेज़ाम किया जाएगा।

“मदरसा सैक्रेड एकेडमी” की बुनियादी प्रोग्राम में मुख्य अतिथि शेएखुल हदीस हज़रत अलामा मौलाना सैयद मोहम्मद एहसान मियां साहब ने बुनियाद की पहली ईंट रखते हुए फरमाया कि मदरसें की तामीर का मकसद नई नस्ल को दीन के साथ दुनियावी तालीम से रूबरू कराना है। मदरसे में उर्दू, अरबी के साथ-साथ अंग्रेजी और कंप्यूटर की शिक्षा दी जाएगी। रविवार की शाम को लोगों की मौजूदगी में “मदरसा सेक्रेड एकेडमी” की संगे बुनियादी प्रोग्राम में मौजूद लोगों की तालियों की गड़गड़ाहट से बाड़ी की सरज़मी गूंज उठी।

विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री अनीस अहमद उर्फ फूलबाबू ने कहा कि एक छत के नीचे दीनी व दुनियावी तालीम समेटने की इस बेहतरीन कोशिश को काबिले तारीफ बताया। “मदरसा सेक्रेड एकेडमी” के सचिव एम एस फरीदी ने बताया कि ‘एम कालेज’ (नर्सरी से इंटरमीडिएट, बीएड औऱ बीटीसी कालेज) के बाद मदरसे की बुनियाद रखने औऱ इसकी शुरुआत का मतलब यह नही है कि मदरसे के नाम पर रुपए कमाए जाए, बल्कि समाज को बेहतर से बेहतर शिक्षा दिलाने के साथ ग़रीब पढ़ने वाले बच्चों को फ्री शिक्षा का माकूल इंतेज़ाम किया जाएगा, मदरसे से निकलने वाले बच्चे समाज औऱ देश के विकास में अपनी भूमिका को बेहतर साबित करने के लायक तैयार किया जाएगा हैं।

मदरसे के महत्व पर प्रकाश डालते हुए तमाम उलेमाओं ने कहा कि हम और आप सबकी सोच समाज में एक जुटता औऱ भाई चारे वाला होना चाहिए औऱ सबका एक ही मकसद होना चाहिए कि ‘पढ़ो और पढ़ाओ’ मदरसा खोलन एक अच्छा कदम है। बाड़ी की ज़मीन पर अल्लाह की रहमत ऐसी बरसेगी कि भविष्य में यदि सीतापुर में शिक्षा के महत्व और पहचान की बात होगी तो उसमें बाड़ी का नाम प्रथम स्थान पर होगा। मदरसे के निर्माण के लिए मौके पर सलीम प्रधान ने अपनी माता जी के नाम से एक कमरा बनवाने की पेशकश की, इस क्रम में मुक़ामी औऱ बाहर से आये लोगो ने अलग अलग आठ कमरे बनवाने की बात रखी गयी, आर बी फरीदी ने दस हजार रुपए औऱ जमाल अख़्तर ने पांच हजार नगद एवं भवन निर्माण सामग्री भारी मात्रा में एकत्रित हुई।

“मदरसा सैक्रेड एकेडमी” के बुनियादी प्रोग्राम में कमेटी के अध्यक्ष अनवारुल हक़ फरीदी, इरशाद मिर्ज़ा, दिलदार साहब, वरिष्ठ पत्रकार चाँद फरीदी, जमाल अख्तर, मेराजुल हक़, प्रधान सलीम, ज़फ़र महमूद (सेवानिवृत्त इंजीनियर, यूपीपीसीएल), डाक्टर सबा अज़ीज़, कुदुदुस, काज़ी निज़ामुद्दीन ‘ख़ुसरो’, एम आई गौहर, फ़हीम, ज़की, नोशाद आज़मी, आरिफ़, शुएब, फराज़ काज़ी जामी सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे

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