Lok Sabha Election: आचार संहिता की गिरी गाज, 25 लाख के टेंडर करने पर FIR

Lok Sabha Election 2019 आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी टेंडर फाइनल करने में लगे भवन प्रमंडल के अधिकारियों के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के तहत कार्रवाई होगी। दोषी अभियंताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। इसे लेकर विभागीय स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इस मामले को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त राजेश्वरी बी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश एमसीसी यानी आदर्श आचार संहिता कोषांग को दिया है।

दैनिक जागरण ने 19 मार्च को आचार संहिता के बाद भी निकाला 25 लाख का टेंडर..शीर्षक से प्रथम पृष्ठ पर समाचार प्रकाशित कर मामले को उजागर किया था। इधर, आदेश मिलते ही एसडीओ सह आदर्श आचार संहिता कोषांग के नोडल पदाधिकारी ने जांच शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि भवन प्रमंडल रामगढ़ द्वारा करीब 25 लाख रुपये का टेंडर निकालकर इसे फाइनल करने में लगा था।

इसके लिए 18 मार्च को विभागीय कार्यालय से टेंडर पेपर बेचा गया है। इसके बाद 19 मार्च को टेंडर डलवाया गया है। इसमें कुल पांच संवेदकों ने टेंडर डाला, जबकि निर्वाचन आयोग ने आदर्श आचार संहिता के लागू होने के बाद टेंंडर प्रक्रिया को बीच में ही रोक दी गई है। इस प्रकरण से सरकारी राशि के बंदरबांट में अधिकारियों के लगे होने की आशंका है।

भवन प्रमंडल रामगढ़ से जुड़ा विभाग ने एनआईटी संख्या 43/2008-19 के तहत टेंडर निकलवाया गया। इसमें टेंडर पेपर खरीदने की तिथि 18 मार्च, टेंडर जमा करने की तिथि 19 मार्च निर्धारित की थी। इसके बाद कार्य समाप्ति की तिथि 31 मार्च निर्धारित की गई थी। जानकार बताते हैं कि टेंडर को फाइनल करने में कम-से-कम एक सप्ताह का समय लग जाता है। दो दिन होली की छुट्टी हो गई। ऐसे में अधिकारियों की मंशा पर सवाल उठना स्वभाविक है।

आदर्श आचार संहिता में भवन निर्माण विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया फाइनल करने के मामले में जांच का आदेश आदर्श आचार संहिता कोषांग को दिया गया है। कोषांग के नोडल पदाधिकारी को मामले में अपेक्षित कार्रवाई कर उन्हें अवगत कराने का आदेश दिया गया है। राजेश्वरी बी, जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त, रामगढ़।

भवन निर्माण विभाग के द्वारा टेंडर फाइनल करने के मामले में उन्हें एमसीसी यानी माडल कोड आफ कंडक्ट के तहत जांच कर कार्रवाई करने का आदेश जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त की ओर से मिला है। वे मामले में जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई करेंगे। अनंत कुमार, एसडीओ, रामगढ़

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