इंजन में समस्या के बाद इंडिगो ने एक विमान की उड़ान रोकी, और बिगड़ेगा विमानों का शेड्यूल

इंडिगो विमान सेवा ने रविवार को अपने एक ए320 नियो विमान की उड़ान रोक दी। उसके दो विमानों के इंजनों में 12 घंटे से भी कम समय में समस्या आ गई थी। एक विमान नई दिल्ली हवाई अड्डे पर था जबकि दूसरा श्रीनगर हवाई अड्डे पर। 12 मार्च को इंडिगो के आठ विमानों की उड़ान रोके जाने से लेकर अब तक की यह चौथी घटना है।  

बिगड़ा शेड्यूल
खराब इंजन के कारण 11 A320 नियो जहाजों के उड़ान भरने पर लगी रोक का खामियाजा इंडिगो और गोएयर एयरलाइन के यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। इन विमानों के उड़ने पर रोक लगा दी गई है, जिस कारण 626 उड़ानों को रद्द करने का ऐलान किया गया है। गोएयर और इंडिगो एयरलाइंस की वेबसाइट पर इसकी जानकारी दी गई है।

इंडिगो की 488 और गोएयर की 138 उड़ानों को अगले कुछ दिनों के लिए रोक दिया गया है। गौरतलब है कि दोनों कपंनियों को बजट एयरलाइंस माना जाता है और 600 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द होने की वजह से हजारों लोगों का गर्मी की छुट्टियों का प्लान बिगड़ गया है। दोनों ही कंपनियां रोजाना औसतन 1200 से अधिक उड़ानों का संचालन करती हैं। जो यात्री पहले ही इनके टिकट बुक करा चुके हैं उनके लिए तुरंत कोई संभावित मुआवजा या दूसरा विकल्प नहीं है।

डीजीसीए ने प्रैट एण्ड व्हिटनी इंजन वाले कुछ विमानों की उड़ान पर रोक लगा दी थी। जिसमें 11 विमानों में से आठ का संचालन इंडिगो और तीन का संचालन गो एयर करती है। इसके अलावा दिल्ली-मुंबई का किराया 15 हजार रुपए से भी ज्यादा हो गया है। इसकी वजह से यात्रियों को परेशानी हो सकती है। यानी अब आपको दिल्ली से मुंबई की यात्रा करने के लिए अपनी जेब और ढीली करनी पड़ेगी।

डीजीसीए ने इस कारण के चलते लिया निर्णय
बता दें कि इंडिगो के ए320 नियो विमान का इंजन आसमान में फेल हो जाने की घटना के कुछ ही घंटे बाद विमानन नियामक ने यह निर्णय लिया। विमान संचालन में सुरक्षा का हवाला देते हुए डीजीसीए ने कहा कि ईएसएन-450 से अधिक क्षमता वाले ‘प्रैट एण्ड व्हिटनी’ 1100 इंजन से लैस ए320 नियो विमानों की उड़ान पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी गई है। 

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक विज्ञप्ति में इंडिगो और गो एयर दोनों से कहा गया है कि वे इन इंजनों को नहीं लगाएं। ये इंजन उनके पास स्टॉक में अतिरिक्त संख्या में उपलब्ध हैं। नियामक ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर सभी संबंधित पक्षों के साथ संपर्क में रहेगा। जब यूरोपीय नियामक ईएएसए और प्रैट एण्ड व्हिटनी इस मुद्दे का समाधान करेंगे तभी वह भी स्थिति की समीक्षा करेगा।
 
 
 

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