गरुड़ कमांडो JP निराला को मरणोपरांत अशोक चक्र, 6 आतंकियों को किया था ढेर

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वायुसेना के शहीद गरुड़ कमांडो जेपी निराला को शांतिकाल के सबसे बड़े वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित किया है. शहीद गरुड़ कमांडो जेपी निराला को शांतिकाल के सबसे बड़े वीरता सम्मान मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाजा गया. निराला की पत्नी ने राष्ट्रपति से यह सम्मान हासिल किया. शहीद के सम्मान के समय आलम ये था कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भावुक हो गए…

भारतीय वायुसेना के इतिहास में ये पहला मौका है जब किसी गरुड़ कमांडो को अशोक चक्र से नवाजा गया है. गरुड़ कमांडो जेपी निराला तीन महीने पहले ही आतंक के खिलाफ अभियान के तहत स्पेशल ड्यूटी पर कश्मीर के हाजिन में तैनात हुए थे. श्रीनगर में इसी ऑपरेशन के दौरान सेना की तरफ से की गई कार्रवाई में आतंकी मसूद अजहर के भतीजे तल्हा रशीद को मारा गया था.

बता दें कि जम्मू कश्मीर में बांदीपोरा के हाजिन गांव में एक संयुक्त ऑपरेशन में संदिग्ध आतंकियों से मुकाबला करते हुए कॉर्पोरल ज्योति प्रकाश निराला ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. निराला ने ए श्रेणी के दो आतंकियों को मार गिराया और दो आतंकियों को घायल किया.

आतंकियों से मुकाबला करने लिए जेपी निराला अपनी एके-47 राइफल से आतंकियों पर कहर बनकर टूट पड़े और तीन आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया. इस मुठभेड़ में लश्कर के छह आतंकियों को मार गिराया गया.

साल 2017 में आतंकियों के खिलाफ ऑपेरशन में तीन गरुड़ कमांडो शहीद हुए. शहीद निराला बिहार के रोहतास के रहने वाले थे. वे साल 2005 में वायु सेना में शामिल हुए. जेपी निराला के परिवार में पत्नी, एक बेटी, उनकी बहनें और माता-पिता हैं.

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