देश में 3 साल में बढ़े सांप्रदायिक मामले, टॉप पर उत्‍तर प्रदेश

सांसद नरेश अग्रवाल ने राज्यसभा में गृह मंत्रालय से पूछा कि क्या यह सच है कि पिछले 3 साल में देश में सांप्रदायिक मामले बढ़े हैं. यदि ऐसा है तो क्या कारण है? साथ ही सांसद नरेश अग्रवाल ने पिछले 3 साल में राज्यवार सांप्रदायिक मामलों का विवरण मांगा है. इसके जवाब में गृह मंत्रालय ने वर्ष 2015, 2016 और 2017 के दौरान सांप्रदायिक घटनाओं का राज्यवार ब्यौरा दिया है.

गृह मंत्रालय के अनुसार 2015 में देश में कुल 751 मामले, 2016 में 703, 2017 में 822 सांप्रदायिक मामले दर्ज हुए. गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के मामले में टॉप पर रहा है. 2015 में उत्तर प्रदेश में 155 मामले, 2016 में 162 मामले और 2017 में 195 मामले दर्ज किए गए.

एक अन्य प्रश्न के जवाब में गृह मंत्रालय ने देश में न्यायिक हिरासत में होने वाली मौतों के पंजीकृत मामलों के आंकड़े बताए. गृह मंत्रालय के मुताबिक अप्रैल 2017 से फरवरी 2018 तक प्राप्त सूचना के आधार पर एनएचआरसी की ओर से पूरे देश में कुल 1530 मामले दर्ज किए गए. गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक न्यायिक हिरासत में हुई मौत के मामले में एनएचआरसी की ओर से कुल दर्ज मामलों में सर्वाधिक मामले उत्तर प्रदेश से सामने आए. उत्तर प्रदेश में न्यायिक हिरासत में मौत के 365 मामले दर्ज किए गए हैं.

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