तैमूर अली खान ने की राजनीति में एंट्री, इस बड़े नेता से हो रही है इनकी तुलना
बॉलीवुड के सबसे पॉपुलर स्टार किड तैमूर अली खान हमेशा छाए रहते हैं। अपने ड्रेस से लेकर अपने मासूम स्टाइल तक से वो सबको इम्प्रेस कर देते हैं। उनके चाहने वालों की संख्या में दिन प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। सोशल मीडिया पर तैमूर के फैन क्लब नाम से कई अकाउंट भी बनाए जा चुके हैं। बीते दिनों तैमूर बोहो लुक में नजर आए थे। तैमूर के परिवार में किसी का दूर-दूर तक राजनीतिक पार्टी से वास्ता नहीं है बावजूद इसके उनका नाम राजनीति में घसीट लिया गया। बीते दिनों कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की तुलना तैमूर से की गई।

2019 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी बड़ा दांव चलते हुए प्रियंका गांधी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। प्रियंका गांधी को पार्टी का महासचिव बनाया गया है। उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस महासचिव की जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस में प्रियंका का कद बढ़ने से कार्यकर्ता बहुत खुश हैं।
चुनाव के नजदीक आते ही राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। भाजपा और कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर हमला करने का मौका नहीं छोड़ना रहे। इस बीच भारतीय जनता युवा मोर्चा की अध्यक्ष और सांसद पूनम महाजन ने प्रियंका गांधी की तुलना तैमूर से की है।
3 फरवरी को मुंबई में भारतीय जनता युवा मोर्चा का कार्यक्रम था। जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हुए थे। इसी कार्यक्रम में पूनम महाजन ने प्रियंका गांधी की तुलना तैमूर से की और साथ में राहुल गांधी को राफूल गांधी भी कहा।
भाजपा सांसद पूनम महाजन ने राहुल गांधी को बच्चा बताते हुए कहा था कि राहुल आजकल राफेल-राफेल चिल्ला रहे हैं, लेकिन, वे अब ‘रा-फूल’ बन गए हैं। प्रियंका गांधी को राजनीति में लाने का मकसद है कि ‘बेटी लाओ और बेटा बचाओ’। कांग्रेस ने उनकी तस्वीरें कुछ इस तरह से चारों ओर लगाई है जैसे कि वे तैमूर अली हों।’
सैफ अली खान और करीना कपूर के बेटे तैमूर अपने जन्म से ही लगातार चर्चा में रहे हैं। इससे पहले तैमूर नाम रखने को लेकर विवाद हुआ था। इस पर सैफ ने जवाब देते हुए कहा था, ‘मैं इस नाम से जुड़े इतिहास के बारे में जानता हूं, लेकिन मैंने इस वजह से अपने बेटे का नाम तैमूर नहीं रखा है। मुझे पता है कि एक तुर्की शासक था जो क्रूर था. लेकिन उसका नाम तिमूर था और मेरे बेटे का नाम तैमूर है। यह एक जैसा जरूर सुनाई देता है. लेकिन एक नहीं है और बीते हुए कल को आज के लेंस से देखना बहुत ही दूर की बात है। एक नाम से कुछ फर्क नहीं पड़ता।’