बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय पर चलेगा केस, दिया था ये भड़काऊ बयान
अररिया: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, इलाहाबद और बिहार के अररिया लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है. इसी बीच बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय के खिलाफ चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में शिकायत दर्ज की गई है. राय पर चुनाव प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है. बिहार में उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार के दौरान राय ने बीजेपी की जीत को राष्ट्रवादियों की जीत और आरजेडी की जीत को ISI की जीत बताया था. राय के इस बयान पर काफी विवाद भी हुआ था और अब उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है.
विभिन्न दलों के प्रत्याशी और चुनाव रणनीति
पिछले महीने तक सरफराज आलम बीजेपी की सहयोगी जेडीयू से विधायक थे लेकिन उपचुनाव में टिकट के लिए आलम ने जेडीयू का दामन छोड़ आरजेडी का दामन थाम लिया. सरफराज आलम के पिता मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के निधन से अररिया लोकसभा सीट खाली हुई थी जिसपर आज चुनाव हो रहा है. अररिया उपचुनाव में एनडीए की ओर से प्रदीप सिंह को मैदान में उतारा गया है, जिन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव में तस्लीमुद्दीन ने हराया था. उनके सामने राजद के सरफराज आलम हैं, जो दिवंगत सांसद के बेटे हैं.
Araria is One of the district among 38 districts of Bihar which is governed by Nitish led by BJP. So he means to say Bihar is hub of ISI. It’s a Big Shame for BJP& Modi if Bihar is hub of ISI because BJP ruling at Centre & State.
They think of garbage therefore utter filth. https://t.co/OQ3qPqAnnL
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 10, 2018
हालांकि सरफराज आलम को अपने पिता तस्लीमुद्दीन के जैसी लोकप्रियता हासिल नहीं है, फिर भी उन्हें यहां के मुस्लिम और यादव वोटों का आस है, जिनकी संख्या अररिया के कुल मतदाताओं में लगभग आधी है. इसके अलावा राजद की निगाहें एससी और ईबीसी वोट पर भी लगी हुई है. सरफराज की राह में बाधा सांसद पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के उम्मीदवार विक्टर यादव भी होंगे, जो यादव वोट बैंक में हिस्सेदारी कर सकते हैं. अररिया लोकसभा क्षेत्र में 41 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं, जबकि यादव वोटों की संख्या 10 प्रतिशत है.