सावधान! पल भर की खुशी के चक्कर में बर्बाद न कर लें अपनी पूरी जिंदगी…

इस बात में कोई दो राय नहीं है कि लोगों का फोकस अपने बेहतर भविष्य पर ज्यादा होता जा रहा है।

इस बात में कोई दो राय नहीं है कि लोगों का फोकस अपने बेहतर भविष्य पर ज्यादा होता जा रहा है। इसमें बड़े-बड़ें शहरों के लोग ज्यादा शामिल हैं। वो अपने करियर के पीछे इस कद्र पीछे पड़े हैं कि उन्होंने अपने लाइफस्टाइसल को भी बदल कर रख दिया है। इसमें वो अपनी शादी की चिंता भी नहीं करते हैं। हालांकि उनमें शारीरिक रिश्ते बनाने की उमंग उठती है जिसके लिए वो कैजुअल रिश्तों को अपनाते हैं। लेकिन वो ओपन माइंडेड दिखने या तनाव खत्म करने के लिए इन रिश्तों में पड़ जाते हैं लेकिन कुछ समय बाद अपने आप को घिरा हुआ महसूस करते हैं। इसी पर जानकार कहते हैं कि ऐसे रिश्तों में कुछ पल की खुशियां होती है और बड़ें नुकसान हो जाते हैं।

डिप्रेशन का ही खतरा
दरअसल शुरुआत में कई लोग कैजुअल रिश्ते तो बना लेते हैं पर कई बार कुछ समय बीतने के बाद अपने आप को कोसने लग जाते हैं। इसके फलस्वरूप वो अपने आप को कई बार माफ नही कर पाते हैं और तनावग्रस्त होकर डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।

गंभीर बीमारियां
अक्सर देखा जाता है कि जो लोग कैजुअल सेक्स करते हैं वो हर दूसरे दिन अपना पार्टनर बदल लेते हैं। इसी के परिणामस्वरूप सेक्सुअली ट्रांस्मिटेड डिसीज उन लोगों को अपनी चपेट में ले लेते हैं।

महिलाओं को अधिक परेशानी
ऐसे रिश्ते बनाने के कुछ समय बाद पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा परेशानी होती हैं, क्योंकि शारीरिक संबंध बनाते हुए महिलाओं के शरीर से ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन निकलता है जिसके कारण महिलाएं अपने पार्टनर के साथ ज्यादा जुड़ाव महसूस करने लगती हैं। वहीं जब दूरी का समय आता है तो महिलाओं को अधिक परेशानी होती है।

जिम्मेदारियां न संभालना
अक्सर लोग कैजुअल रिश्ते बनाते-बनाते रिश्तों की गंभीरता को भूल जाते हैं और खुद को जिम्मेदारियों से भगाने वाला बना लेते हैं।

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