‘नो बॉल’ ने आसान बनाई रहाणे की वापसी, लेकिन नहीं उठा पाए फायदा

साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग टेस्ट में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने अपनी जिद को छोड़ते हुए रोहित शर्मा की जगह अजिंक्य रहाणे को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया. दो टेस्ट मैचों से बाहर बैठे अंजिक्य रहाणे से सभी को उम्मीदें थीं, लेकिन वह कुछ खास नहीं कर पाए और महज 9 रन पर मोर्ने मोर्केल की गेंद पर एलबीडब्लू करार दे दिए गए.

'नो बॉल' ने आसान बनाई रहाणे की वापसी, लेकिन नहीं उठा पाए फायदा

किस्मत मेहरबान, लेकिन रहाणे नहीं उठा पाए फायदा

आपको बता दें कि रहाणे की वापसी के दौरान किस्मत भी उन पर मेहरबान थी. जब 49वें ओवर की चौथी गेंद पर वह विकेट के पीछे क्विंटन डी कॉक को कैच दे बैठे थे, लेकिन यह गेंद नो बॉल निकली. हुआ यूं कि कोहली जब आउट हुए तो भारत का स्कोर था 97 रन पर 3 विकेट था, इसके बाद रहाणे बल्लेबाजी के लिए आए. 49वें ओवर में फिलेंडर की गेंद पर रहाणे को अंपायर ने विकेट के पीछे आउट दे दिया.

लेकिन टीवी रीप्ले में पता चला कि फिलेंडर ने लाइन क्रॉस दी और उनके जूते का कोई भी हिस्सा लाइन के पीछे नहीं है, जिसके बाद थर्ड अंपायर ने गेंद को नो बॉल करार दिया और रहाणे को जीवनदान मिल गया लेकिन, रहाणे उसका फायदा नहीं उठा सके और 52वें ओवर में अपना विकेट गंवा बैठे.

रहाणे को बाहर करने पर कोहली की हुई थी आलोचना

गौरतलब है कि केपटाउन और सेंचुरियन टेस्ट में कप्तान विराट कोहली ने मौजूदा फॉर्म का हवाला देते हुए अजिंक्य रहाणे पर रोहित शर्मा को तरजीह दी थी . लेकिन रोहित शर्मा ने दो टेस्ट की चार पारियों में मजह 78 रन बनाए . इस फैसले के बाद कप्तान कोहली की आलोचना भी हुई थी. टेस्ट सीरीज में 0-2 से पिछड़ने और टीम इंडिया के सभी हथियार फेल होने के बाद हारकर जोहानिसबर्ग टेस्ट में कप्तान कोहली ने अजिंक्य रहाणे को मौका दिया. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अजिंक्य रहाणे दूसरी पारी में कैसा प्रदर्शन करते हैं.

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