एक्शन में सीएम बघेल, पहले ही दिन एसीबी प्रमुख और खुफिया चीफ को हटाया
इस कांड में कांग्रेस के 29 नेता नक्सली हिंसा के शिकार हो गए थे। भूपेश ने इस कांड की जांच कराने के लिए एसआईटी बनाने की घोषणा की है। भूपेश ने मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि घटना की एन आई ए से जांच के बाद भी असली गुनहगार सामने नहीं आए, इस कारण छह साल बाद मामले की जांच कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने साफ किया कि बदले की भावना से कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। लेकिन सभी को पता है कि फिर से जांच के क्या मायने हैं? जांच के बहाने छत्तीसगढ़ के दो शीर्षस्थ नेताओं पर तलवार लटकी रहेगी।
कांग्रेस सरकार में जनसम्पर्क आयुक्त भी पहले ही दिन बदल दिया गया। चुनाव के दौरान स्टिंग आपरेशन के चलते चुनाव आयोग ने रमन सरकार के जनसम्पर्क आयुक्त राजेश टोप्पो को हटाकर पी.अंबलगन को चार्ज दिया था। पी.अंबलगन की जगह तारण सिन्हा अब नए जनसम्पर्क आयुक्त होंगे। तारण सिन्हा अब तक संचालक संस्कृति थे। पी.अंबलगन पीएचई के विशेष सचिव बने रहेंगे। संचालक संस्कृति चंद्रकांत उइके को बनाया गया है। उइके अभी संचालक जनसम्पर्क थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आईएएस अधिकारी गौरव द्विवेदी को अपना सचिव नियुक्त किया है। गौरव द्विवेदी पूर्ववत स्कूल शिक्षा सचिव रहेंगे, साथ में सचिव को जनसंपर्क की जिम्मेदारी भी दी गई है। सरगुजा के कमिश्नर टामन सिंह सोनवानी को संयुक्त सचिव और प्रवीण शुक्ल को ओएसडी बनाया है। सरगुजा कमिश्नर का कार्यभार फिलहाल बिलासपुर के कमिश्नर टीसी महावर को अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है।