अनिल कुंबले को कोच पद से हटाने में विराट कोहली का हाथ, डायना एडुल्जी के मेल से खुला ‘खेल’

भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली और अनिल कुंबले का विवादित चेप्टर एक बार फिर से खुल गया है. इस बंद चैप्टर को COA की मेंबर डायना एडुल्जी के एक लीक मेल ने खोला है, जिसमें उन्होंने ये खुलासा किया है कि अनिल कुंबले को कोच पद से हटाए जाने को लेकर विराट कोहली BCCI के CEO राहुल जौहरी को लगातार मैसेज करते थे. बता दें कि अनिल कुंबले को पिछले साल अपने शानदार परफॉर्मेन्स के बाद भी टीम इंडिया के हेड कोच के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. उनकी कोचिंग में भारत ने 17 टेस्ट खेले जिसमें सिर्फ 1 गंवाया.

जब विराट के लिए टूटे नियम?

एडुल्जी ने COA के मुखिया विनोद राय को लिखे अपने मेल में ये बयां किया है कि कैसे नियमों को ताक पर रखते हुए रवि शास्त्री को भारत की मेंस क्रिकेट टीम का कोच बनाया गया था. शास्त्री ने भारतीय टीम के कोच के लिए समय पर आवेदन नहीं किया था. लेकिन BCCI ने इस पूर्व भारतीय खिलाड़ी के लिए अंतिम तिथि बढ़ा दी थी और अंत में उम्मीदों के मुताबिक शास्त्री भारतीय टीम के कोच बने.

हरमन की पसंद का भी हो ख्याल

एडुल्जी ने अब सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर कोच के सलेक्शन में विराट कोहली की पसंद का ख्याल रखा जा सकता है तो हरमनप्रीत कौर की पसंद का क्यों नहीं, जो कि रमेश पोवार को टीम का कोच बनाए रखना चाहती हैं.

डायना एडुल्जी का मेल

एडुल्जी ने मेल में लिखा, ‘मुझे इस बात में कुछ भी गलत नहीं लगता कि महिला क्रिकेटर कोच के संबंध में मेल लिख रही हैं. वे सच्चाई के साथ अपने विचारों को साझा कर रहीं हैं जबकि इसके विपरीत विराट, राहुल जौहरी को लगातार मेसेज भेजते थे, जिस पर आपने कार्रवाई भी की और कोच को बदला गया. उस समय भी मैंने अपना विरोध जताया था क्योंकि शास्त्री के लिए अंतिम तिथि को बढ़ाया गया था. उन्होंने समय पर आवेदन नहीं किया था. अनिल कुंबले खुद एक दिग्गज हैं और उन्हें खलनायक की तरह दिखाया गया. उन्होंने विनम्रता दिखाई और आगे बढ़ गए, जिसके लिए मैं उनका सम्मान करती हूं. वहां भी नियमों को तोड़ा गया था और मैंने विरोध किया था.’

30 दिसंबर को कोच का सलेक्शन

एडुल्जी ने कहा कि कोच के मुद्दे पर हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना की मांग पर विचार किया जाना चाहिए.  सूत्रों के मुताबिक, भारत की महिला क्रिकेट टीम के नए कोच के इंटरव्यू 30 दिसंबर को मुंबई में होना है. अब देखना ये है कि COA इस पर क्या स्टैंड लेता है.

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