ऑस्ट्रेलिया को पराजित कर भारत ने सीरीज में बनाई 1-0 की बढ़त, ‘विराट ब्रिगेड’ ने रचा इतिहास

टीम इंडिया ने सोमवार को एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 31 रन से हराकर इतिहास रच दिया। भारतीय टीम की एडिलेड पर 12 टेस्ट में यह दूसरी जीत रही। इस मैदान पर भारत ने 15 साल के बाद जीत हासिल की। 

यही नहीं, टीम इंडिया के लिए यह जीत इसलिए भी ऐतिहासिक साबित हुई क्योंकि उसने 71 सालों में पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में पहला टेस्ट मैच जीता। ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर भारत की यह छठी टेस्ट जीत रही। 2009 के बाद ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर पहला टेस्ट जीतने वाली टीम बनी टीम इंडिया।

टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और चेतेश्वर पुजारा के जुझारू शतक की बदौलत पहली पारी में 250 रन बनाए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 235 रन पर ढेर हुई। पहली पारी के आधार पर 15 रन की बढ़त लेने के बाद टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 307 रन बनाए और मेजबान टीम को 323 रन का लक्ष्य दिया। 

लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कड़ा संघर्ष किया, लेकिन उसकी दूसरी पारी 119.5 ओवर में 291 रन बनाकर ऑलआउट हुई। इसी के साथ टीम इंडिया ने चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को मैच में शानदार प्रदर्शन करने के लिए मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाजा गया। अब सीरीज का दूसरा टेस्ट पर्थ में 14 दिसंबर से शुरू होगा। 

टीम इंडिया को एडिलेड टेस्ट के अंतिम दिन जीत के लिए 6 विकेट की जरूरत थी। वहीं ऑस्ट्रेलिया को 219 रन की दरकार थी। पांचवें व अंतिम दिन तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने टीम इंडिया को दिन की पहली सफलता दिलाई। उन्होंने शानदार बाउंसर डालकर पहली पारी के हीरो ट्रेविस हेड (14) को पवेलियन भेजा। बाएं हाथ के बल्लेबाज अपने कल के स्कोर में महज तीन रन का इजाफा कर सके। शर्मा की गेंद पर रहाणे ने हेड का अच्छा कैच लपका।

इसके बाद शॉन मार्श (60) ने कप्तान टिम पैन के साथ (41) छठे विकेट के लिए 41 रन की साझेदारी करके टीम इंडिया को परेशान करने की कोशिश की। इस बीच लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे मार्श ने अपने टेस्ट करियर का 10वां अर्धशतक जमाया। उन्होंने चौका लगाकर फिफ्टी पूरी की। मार्श 14 पारियों के बाद अर्धशतक जमाने में कामयाब हो सके हैं।

फिर पारी के 73वें ओवर में जसप्रीत बुमराह ने टीम इंडिया की जोरदार वापसी कराई। उन्होंने स्थापित बल्लेबाज मार्श को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच आउट कराया। बुमराह ने ऑफ स्टंप की लाइन पर अच्छी लेंथ गेंद डाली, जो मार्श के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर के दस्तानों में गई।

जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया को तगड़ा झटका दिया। उन्होंने कंगारू कप्तान टिम पैन (41) की संघर्षपूर्ण पारी पर पानी फेरा। बुमराह ने पैन को विकेटकीपर पंत के हाथों कैच आउट कराया। कंगारू कप्तान ने शॉर्ट गेंद पर पुल शॉट लगाने का प्रयास किया, लेकिन उनका टाइमिंग अच्छा नहीं रहा। गेंद हवा में गई, विकेटकीपर पंत ने आगे दौड़कर आसान कैच लपका।

यहां से मिचेल स्टार्क (28) और पेट कमिंस ने सातवें विकेट के लिए 41 रन की साझेदारी करके टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ाने की कोशिश की। दोनों ने भारतीय गेंदबाजों का डटकर मुकाबला किया। फिर शमी ने एक बहुत अच्छी गेंद डाली, जो स्टार्क के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर पंत के हाथों में गई। टीम इंडिया को आठवीं सफलता मिली। स्टार्क का कैच लेते ही पंत ने भी एक टेस्ट में विकेटकीपर द्वारा सर्वाधिक कैच लेने के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की।

इसके बाद पैट कमिंस (28) ने लियोन के साथ 9वें विकेट के लिए 31 रन की साझेदारी करते हुए मैच का रोमांच बरकरार रखा। बुमराह ने कमिंस को स्लिप में कप्तान विराट कोहली के हाथों की शोभा बनाकर टीम इंडिया को जीत के करीब पहुंचा दिया।

फिर नाथन लियोन और जोश हेजलवुड ने अंतिम विकेट के लिए रन की साझेदारी करके मैच का रोमांच चरम पर पहुंचा दिया। दोनों मैच को बेहद नजदीक ले गए। एक समय क्रिकेट पंडित भी नहीं बता पा रहे थे कि टेस्ट किस टीम के पक्ष में जाएगा। फिर अश्विन की फिरकी का जादू चला और उन्होंने जोश हेजलवुड को दूसरी स्लिप में केएल राहुल के हाथों कैच आउट कराकर इतिहास रचा।

टीम इंडिया की तरफ से रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने तीन-तीन विकेट चटकाए। इशांत शर्मा को एक सफलता मिली।

चौथा दिन: ऑस्ट्रेलिया को 323 रन का लक्ष्य

चौथे दिन भारत ने 3 विकेट पर 151 रन से आगे खेलना शुरू किया। उसकी दूसरी पारी 307 रन पर खत्म हुई। उसे पहली पारी में 15 रन की बढ़त हासिल थी। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 323 रन का लक्ष्य मिला।

ऑस्ट्रेलिया ने दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट पर 104 रन बना लिए थे। वह पांचवें दिन का खेल शुरू होने से पहले जीत से 219 रन दूर था। भारत को जीत के लिए छह विकेट और चाहिए था।

तीसरा दिन: बारिश से प्रभावित खेल में भारत हावी रहा 

तीसरे दिन बारिश के कारण देर से खेल शुरू हुआ। तीन बार खेल रोका भी गया। लेकिन इससे भारतीय टीम के प्रदर्शन पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। उसने पहले ऑस्ट्रेलिया को 235 रन पर आउट कर पहली पारी में 15 रन की बढ़त ली। इसके बाद अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट पर तीन विकेट पर 151 रन बना लिए।

खेल रोके जाने के समय चेतेश्वर पुजारा 40 और अजिंक्य रहाणे 1 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।

दूसरा दिन: गेंदबाजों ने कराई भारत की वापसी 

भारतीय टीम दूसरे दिन की पहली गेंद पर 250 रन पर आउट हो गई। यह बड़ा स्कोर नहीं था। ऐसे में भारत को मैच में बनाए रखने का दारोमदार गेंदबाजों पर था। भारतीय गेंदबाजों ने अपनी टीम और प्रशंसकों को निराश भी नहीं किया। 

भारतीय टीम ने 127 रन पर ऑस्ट्रेलिया की आधी टीम को पवेलियन भेज दिया था। हालांकि, ट्रेविस हेड ने अर्धशतक लगाकर ऑस्ट्रेलिया की काफी हद तक वापसी करा दी. दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट पर 191 रन बना लिए थे। ट्रेविस हेड 61 और मिचेल स्टार्क 8 रन बनाकर नाबाद थे. भारत की ओर से रविचंद्रन अश्विन तीन और इशांत शर्मा व जसप्रीत बुमराह दो-दो विकेट ले चुके थे।
 

पहला दिन: चेतेश्वर पुजारा का शतक 

एडिलेड टेस्ट के पहला दिन चेतेश्वर पुजारा के नाम रहा। वे जब बैटिंग करने आए तो टीम का स्कोर एक विकेट पर तीन रन था। पुजारा ने यहां पारी संभाली। एक छोर पर विकेट गिरते रहे और दूसरे छोर पर पुजारा डटे रहे। पुजारा पहले दिन आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज थे। उनके आउट होने पर दिन का खेल रोक दिया गया।

उस वक्त टीम इंडिया का स्कोर 9 विकेट पर 250 रन था। पुजारा ने आउट होने से पहले 123 रन की पारी खेली। यह उनका 16वां शतक है। यह ऑस्ट्रेलिया में उनका पहला और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवरऑल तीसरा शतक है।

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