अभी-अभी: मेघालय चुनाव नतीजे में कांग्रेस को मिला खुश होने का मौका, सबसे बड़ा दल बनकर उभरी

पूर्वोत्तर राज्यों- त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना शनिवार को हुई. तीन राज्यों में से सिर्फ मेघालय ने ही कांग्रेस को थोड़ा खुश होने का मौका दिया. मेघालय में कांग्रेस सबसे बड़ा दल बनकर उभरा. पार्टी को यहां 28 सीटें मिली जबकि बीजेपी को 8 सीटें.

इस बार मेघालय में 84 फीसदी मतदान हुआ था. सत्तारूढ़ कांग्रेस के अलावा भाजपा, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और नवगठित पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट मुकाबले में था. वर्ष 2013 के चुनाव में बीजेपी ने इस राज्य में 13 उम्मीदवार उतारे थे, मगर कोई जीत न सका था. एनपीपी को 32 में से मात्र दो सीटें मिली थीं.

मेघालय में 67 फीसदी वोटिंग

मेघालय की 60 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में मंगलवार को कुल 18.9 लाख मतदाताओं में से 67 फीसदी मतदाताओं ने मतदान के अंतिम घंटों तक अपने मतों का प्रयोग किया था. इसके साथ ही सैकड़ों लोग देर रात तक कतार में खड़े होकर अपने मत का प्रयोग कर रहे थे. नई दिल्ली में उपचुनाव आयुक्त चंद्र भूषण कुमार ने कहा कि मतदान शांतिपूर्ण रहा.

राज्य विधानसभा 2013 के चुनावों में मेघालय में 87.97 फीसदी मतदान हुआ था. मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने आत्मविश्वास के साथ कहा कि कांग्रेस दोबारा से सत्ता में वापसी करेगी. संगमा ने कहा कि उनकी पार्टी 60 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 31 के जादुई आंकड़े को पार करेगी. दोपहर एक बजे तक राज्य के कुल 18.9 लाख मतदाताओं में से 31.40 फीसदी लोग वोट की चोट कर चुके थे.

संगमा ने अमपाती विधानसभा क्षेत्र में चेंग्कोंपारा मतदान केंद्र पर अपना वोट डालने के बाद पत्रकारों से कहा कि मुझे राज्य के लोगों पर पूरा विश्वास है. मेरा मानना है कि उनका कांग्रेस पार्टी में पूरा विश्वास है. हम जादुई आंकड़े को जरूर पार करेंगे. कांग्रेस ने 2013 चुनाव में 29 सीटें हासिल की थी. संगमा इस बार दो विधानसभाओं अमपाती और सोंगसक से चुनाव लड़ रहे हैं.

कांग्रेस राज्य पर एक दशक से राज कर रही है और पार्टी ने सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं जिसमें से 59 सीटों पर मतदान हुआ है. विलियमनगर सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के उम्मीदवार जोनाथन संगमा की 18 फरवरी को ईस्ट गारो हिल्स जिले में आईईडी विस्फोट में मौत के बाद इस सीट पर मतदान रद्द कर दिया गया था.

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